कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान, दुग्धाभिषेक और मंदिरों में दान
मथुरा संवाददाता नितेश ठाकुर:—
मथुरा/वृंदावन । कार्तिक माह की पूर्णिमा पर यमुना में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। स्नान और अभिषेक के बाद आस्था का रेला मंदिरों में पहुंचा। अपने आराध्य के दर्शन किए और गरीब, असहाय लोगों को दान देकर पुण्य अर्जित किया। इसी के साथ कार्तिक माह भर स्नान करने वाली महिलाओं का व्रत पूर्ण हो गया। उधर, धर्म नगरी वृंदावन में इस अवसर पर विविध धार्मिक कार्यक्र्रम हुए। श्रद्घालुओं ने यमुना स्नान कर वृंदावन की पंचकोसीय परिक्र्रमा दी। भारतीय संस्कृति में रचे बसे विदेशी श्रद्धालुओं ने भी यमुना में डुबकी लगाई।
पूर्णिमा के दिन यमुना के पवित्र विश्राम घाट पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुुरू हो गई। यमुना में स्नान के बाद पूजा अर्चना की गई। जल और दूध से यमुना महारानी का अभिषेक किया गया। श्रद्धालुओं का रेला यमुना के घाट किनारे बने मंदिर, द्वारिकाधीश मंदिर, श्रीकृष्ण जन्मस्थान सहित प्रमुख मंदिरों में उमड़ पड़ा।
उधर, वृंदावन में सुबह से ही यमुना केजुगलघाट, बिहारघाट, गोविंदघाट, चीरघाट, केशीघाट आदि घाटों पर स्नान, दुग्धाभिषेक और पूजन हुआ। इसकेबाद पंचकोसीय परिक्रमा और दीपदान किया।
उधर, वृंदावन विकास संस्थान के कार्तिक नियम सेवा महोत्सव का समापन भी हो गया। इसमें संयोजक डा. गोपाल चतुर्वेदी, बिहारीलाल वशिष्ठ, स्वामी मधुसूदनाचार्य महाराज, स्वामी भानूदेवाचार्य महाराज, बाबा बलराम दास, महंत किशोर दास, महंत रामभूषण दास, स्वामी रामप्रपन्नाचार्य, आचार्य गोविंद किशोर, अमरदास महाराज उपस्थित थे। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर, ठाकुर राधावल्लभ मंदिर, राधारमण मंदिर, श्याम सुंदर मंदिर, प्रेम मंदिर और इस्कॉन मंदिर में कार्तिक पूर्णिमा पर भारी भीड़ रही।
वहीं, वाराहघाट स्थित आनंदम् धाम में आयोजित राधामाधव कार्तिक पूर्णिमा स्नान महोत्सव के तहत डा. गोपाल चतुर्वेदी ने बताया कि 5 नवंबर को संत सम्मेलन होगा।
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