गणाई के युवा रोबो को रोबोटिक डांस से मिली पहिचान*
गणाई गंगोली से न्यूज लाईव संवाददाता दीनदयाल उपाध्याय की रिपोंट:—-
गणाई गंगोली-लगन और संघर्ष से कोई भी मुकाम हासिल की जा सकती है यह कर दिखाया है उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ जिले के एक छोटे से गाँव गणाई गंगोली के पोखरी गाँव के युवा रोबो विक्रम सिंह बोरा ने
गणाई के युवा विक्रम सिंह बोरा का डांस के प्रति ऐसा जुनून है कि आज डांस उनकी पहिचान बन चुकी है..विक्रम सिंह बोरा ने T. V. चैनल जी तमिल के सुपर टैलेंट शो में रोबोटिक डांस व बबल आर्ट किया..जिसे देश भर के लोगों ने सराहा..जिसके बाद उन्हें रोबो का नाम मिला रोबो विक्रम सिंह बोरा पिथौरागढ़ जिले के गणाई गंगोली के पोखरी के रमेश सिंह बोरा व श्रीमती तुलसी देवी के पुत्र हैं। इनकी शिक्षा गणाई के ही विद्यालयों में ही हुई..उसके बाद 2007 में ये मुम्बई चले गए..जहाँ इनको रूम पार्टनर भी एक डांसर ही मिला यहाँ से ये पीछे नहीं मुड़े….और जब 2012 में ये अपने घर गणाई आये तो उस समय इन्होंने पहली स्टेज प्रस्तुति बौराणी के मेले में दी थी। रोबो विक्रम सिंह बोरा अपने प्रेरणाश्रोत श्री पप्पू कार्की को बताते हैं।
रोबो विक्रम सिंह बोरा का रोबोटिक बबल एक्ट का प्रसारण तेलगु चैनल में दिखाया गया..यह पहला मौका था जब इस चैनल में किसी भारतीय का रोबो एक्ट डांस प्रसारित किया गया,और इन्हें तभी से एक नई पहिचान मिली..और आज इनका उठना बैठना बड़े-बड़े अभिनेताओं से है….और आज रोबो विक्रम सिंह बोरा भारत के नंबर 1 बबल आर्टिस्ट (Bubble Artist) हैं।
रोबो विक्रम सिंह बोरा ने अपना व अपने माता-पिता व अपने गाँव व गणाई गंगोली का नाम रोशन किया है..आज उन्हीं के कारण पिथौरागढ़ जिले के छोटे से गाँव गणाई गंगोली को देश-भर के लोग जानने लगे हैं।