जल संचय जल संरक्षण पर बैठक संम्पन्न
पिथौरागढ व्यूरो
पिथौरागढ को जिला कार्यालय सभागार में जल संचय, जल संरक्षण एवं संवद्र्वन के संबंध में जिलाधिकारी सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में एक बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा 30 जून तक सम्पूर्ण जनपद में जल संरक्षण एंव संवद्र्वन हेतु विभिन्न विभागों के माध्यम से कराये जा रहे विभिन्न कार्यों की जानकारी ली गयी। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने कहा कि निकट भविष्य में पेयजल की किल्लत को दूर करने हेतु हमें अभी से जल संचय, जल संरक्षण एवं संवद्र्वन के क्षेत्र में कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत जनपद में जहां एक ओर आगामी 1 माह तक जल संचय हेतु विभिन्न जागरूक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा वही विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न विभागों द्वारा जल संवद्र्वन एवं जल संरक्षण के कार्य कराये जा रहे है। उन्हेांने कहा कि पुराने समय में प्रत्येक गांव में एक बड़ा तालाब हुआ करता था जिससें जहां एक ओर जीव एवं जन्तु अपनी प्यास बुछाते थे वही उक्त तालाब से सिंचाई, जल संवद्र्वन समेत अनेक महत्वपूर्ण लाभ होता था हमें इसी प्रकार के तालाबों का पुनःनिर्माण करना होगा। जिलाधिकारी ने कहा कि इस अभियान को सफल बनाये जाने हेतु हम सभी को संयुक्त रूप से प्रयास करना होगा तथा पानी के महत्व के बारे में समझना होगा।
बैठक में नोडल अधिकारी जल संचय एवं जल संवद्र्वन अधीशासी अभियंता जल संस्थान विशाल सक्सेना ने अवगत कराया कि जनपद पिथौरागढ़ अंतर्गत पेयजल बचत हेतु अब तक कुल 94 बोतले सिस्टर्न में रखी गयी है तथा निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष अब तक जनपद पिथौरागढ़ में विकासखंड कनालीछीना, विण एवं मूनाकोट में कुल 5 चाल खालों का निर्माण कर लिया गया है। इस अवसर पर डीडीओ गोपाल गिरी ने मनरेगा के अंतर्गत कराये जा रहे अब तक के कार्यों की जानकारी भी दी गयी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आशीष चैहान, जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी, मुख्य कृृषि अधिकारी अभय सक्सेना, नोडल अधिकारी जल संचय एवं जल संवद्र्वन/अधीशासी अभियंता जल संस्थान विशाल सक्सेना, परियोजना प्रबंधक स्वजल दीप चन्द्र पुनेठा, समेत कई लोग मौजूद रहे।