जिलाधिकारी ने सभी विभागो के साथ ली समीक्षा बैठक

पिथौरागढ न्यूज लाईव ब्यूरो

पिथौरागढ।आपदा प्रबन्धन के अंतर्गत क्षतिग्रस्त विभागीय परिसम्पत्यिों का आंकलन तथा आपदा राहत कार्यों एवं तात्कालिक बाहाली कार्यों की समीक्षा बैठक लेते हुए जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने जनपद की समस्त कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिए कि इस वर्ष के मानसून काल में क्षतिग्रस्त विभागीय परिसम्पात्तियों आदि के आपदा से क्षतिग्रस्त जो भी प्रस्ताव उपलब्ध कराये जाने है वह 15 अक्टूबर तक प्रत्येक दशा में टी0एस0सी0 में पास कराते हुए उनके कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इसके उपरांत् कोई भी दैवीय आपदा के प्रस्ताव नही लिये जायेंगे। साथ ही जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि 15 अक्टूबर के पश्चात् दैवीय आपदा के जो भी लंबित प्रस्ताव होंगे उनके सही समय पर उपलब्ध न कराये जाने के संबंध में संबंधित अधिकारी का उत्तरदायित्व तय करते हुए संबंधित के खिलाफ कार्यवाही तय की जायेगी साथ ही बैठक में जिलाधिकारी ने यह भी अवगत कराया कि दैवीय आपदा के अंतर्गत जो भी प्रस्ताव स्वीकृते किये गये है उन प्रस्तावों के अनुरूप संबंधित कार्यस्थल में जाकर कार्य औचक निरीक्षण भी किया जायेगा। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिए कि प्रत्येक विभाग कार्य की प्राथमिकता के आधार पर ही प्रस्ताव प्रस्तुत करें साथ ही प्रस्तावों में एसडीआरएफ के मानकों का शत प्रतिशत पालन करने के साथ ही जी0एस0टी0 जोड़ते हुए प्रस्ताव/आगणन प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।
समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने सभी कार्यदायी संस्थाओं को यह भी  निर्देष दिए कि विभाग द्वारा पूर्व में जिस स्थान पर क्षतिग्रस्त की सूचना मानसून काल में संबंधित तहसील एवं आपदा केन्द्र में दर्ज की गयी है वह उन्ही कार्यों के प्रस्तावों को प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि आपदा क्षति के संबंध में पूर्व में ही संबंधित तहसीलों एवं आपदा केन्द्रों में क्षति की जानकारी 24 घंटे के भीतर उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये गये थे। उक्त संबंध में उन्होंने निर्देश दिए कि तहसीलस्तर पर स्थापित आपदा केन्द्र व जिला आपदा केन्द्र में दर्ज क्षति से संबंधित सूचना के प्रस्ताव प्रस्तुत किये जाय। जिन कार्यों की क्षति की सूचना तहसील/आपदा केन्द्रों में दर्ज नही है उनके प्रस्ताव प्रस्तुत न किये जाय।
समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम मानसून काल में क्षतिग्रस्त सड़क एवं ग्रामीण सम्पर्क मार्गों की समीक्षा के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में मानसून काल में लंबी अवधि तक बंद सड़क मार्ग को यातायात हेतु सुचारू न किये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि संबंधित विभागीय अधिकारी के खिलाफ उक्त संबंध में आपदा अधिनियम के अंतर्गत आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी सड़क निर्माण विभाग के अध्ािकारियों को निर्देश दिए कि वर्तमान  समय में सड़क निर्माण कार्य एवं हाॅटमिक्स आदि के कार्य हेतु मौसम अनुकूल है इस हेतु सभी निर्माण कार्यों को तेजी से कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में सी0पी0डब्ल्यूडी0 से आये अधिकारी द्वारा अवगत कराया कि दारमा घाटी क्षेत्र में वर्तमान में 07 मोटर पुलों के निर्माण के कार्य हेतु टैण्डर प्रक्रिया पूर्ण कर कार्य प्रारम्भ कर लिया गया है। उक्त सभी मोटर पुल आगामी 16 माह में पूर्ण कर लिये जायेगें। इसके अतिरिक्त क्षेत्र के सड़क मार्गों में कटमठ एंव  कोजवे का निर्माण कार्य बालिंग तक पूर्ण कर लिया गया है। बैठक में एडीबी के अंतर्गत निर्माणाधीन सड़क मार्गों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने अधीशासी अभियंता एडीबी को निर्देश दिए कि सातशिलिंग थल मोटर मार्ग में जिन स्थानों में रोड कटिंग 6 मीटर से कम हुई है उन स्थानों में कटिंग कर सड़क को चैड़ा किया जाय।
चिकित्सा विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिए कि जनपद का प्रत्येक चिकित्सालय भवन पूर्ण रूप से सुरक्षित हो इस हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के साथ ही प्रत्येक चिकित्सालय में अग्नि संबंधी संयंत्र, उपकरण रखे जाने के साथ ही सभी उपकरण क्रियाशील हो। इसके अतिरिक्त उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को यह भीनिर्देश दिए प्रत्येक चिकित्सालय में पर्याप्त दवाइयां, उपकरण आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराये जाय। उन्होंने कहा कि जनपद में जितने भी एंबुलेंस वर्तमान में विभाग के पास उपलब्ध है वह सभी सही स्थिति में हो इस हेतु वाहन चालक ईधन आदि की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाय।
बैठक में पशु चिकित्सा विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने विभाग को निर्देश दिए कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में जनपद में आपदा से कुल 27 पशुओं की जो मृत्यु हुई है उक्त संबंध में विभागीय कार्यवाही करते हुए संबंधित पशुस्वामीओं को मुआवजा राशि उपलब्ध करायी जाय।
बैठक में शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षाधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद के प्रत्येक विद्यालय का सुरक्षा की दृष्टि से आंकलन करने के साथ ही प्रत्येक विद्यालय का स्कूल डैवलेवमैंट प्लान तैयार किया जाय। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने विभाग को यह भी निर्देश दिए कि जिला मुख्यालय समेत प्रत्येक विकासखंड स्तर पर स्कूल सैफटी एडवाइजरी कमेटी गठित की जाय जिसमें जिलास्तर पर मुख्य शिक्षाधिकारी एवं विकासखंडस्तर पर खंड शिक्षाधिकारी, नोडल अधिकारी नामित होंगे। बैठक में जिलाधिकारी ने प्रत्येक विद्यालय का एक आपदा प्रबन्धन प्लान तैयार करते हुए विद्यालय में आपदा किट, फायर सैफटी उपकरण की स्थापना के साथ ही विद्यालय में समय समय पर आपदा संबंधी प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए गये। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षाधिकारी को यह भी निर्देश दिए कि स्कूल सुरक्षा के मद्देजनर प्रत्येक विद्यालय में एक स्कूल सैफटी फोकल प्वाइंट टीचर शीघ्र ही नामित किया जाय। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षाधिकारी को यह भी निर्देश दिए कि वह 03 दिन के भीतर प्रत्येक विद्यालय में कार्यरत अध्यापक, अध्यापिकाऐं एवं अन्य कार्मिकों की सूची व मोबाइल नम्बर आदि उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ताकि मोबाइल एैप के माध्यम से उनके बायोमैट्रिक उपस्थिति प्रणाली शुरू की जा सके।
बैठक में अपर जिलाधिकारी मुहम्मद नासिर ने अवगत कराया कि जनपद में इस  वित्तीय वर्ष में वर्तमान तक विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के माध्यम से कुल 202 क्षतिग्रस्त विभागीय/ सार्वजनिक परिसम्पत्तियों के मरम्मत से संबंधित कुल 12 करोड़, 78 लाख, 74 हजार रू0 की लागत के प्रस्ताव प्राप्त हुए है जिसमें लोनिवि डीडीहाट 24, प्रधानमंत्री सड़क डीडीहाट योजना 03, प्रधानमंत्री सड़क योजना के 03, पी0एम0जी0एस0वाई0 धारचूला 09, जल संस्थान पिथौरागढ़ 06, जल संस्थान धारचूला 09, ग्रामीण निर्माण विभाग पिथौरागढ़ 13, ग्रामीण निर्माण विभाग डीडीहाट, 08 एवं विकासखंड मूनाकोट के 27, विण 10, डीडीहाट 39, मुनस्यारी 08 व धारचूला के 01 प्रस्ताव, जिला पंचायत पिथौरागढ़ 11, जल निगम पिथौरागढ़ के 10, नगर पालिका पिथौरागढ़ के 03 प्रस्ताव प्राप्त हुए है।
बैठक में अपर जिलाधिकारी मुहम्मद नासिर, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 ऊषा गुंज्याल, बीआरओ के द्वितीय कमान अधिकारी सुभाष मीणा, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी आर0एस0 राणा, अधीशासी अभियंता पी0एम0जी0एस0वाई धारचूला प्रवीन कर्णवाल, अधीशासी अभियंता पी0एम0जी0एस0वाई पिथौरागढ़ दीप चन्द्र जोशी, अधीशासी अभियंता जल संस्थान विशाल सक्सेना आदि उपस्थित थे।

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