जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने विकासखंड मूनाकोट के ग्राम भटेड़ी का भ्रमण किया।
पिथौरागढ न्यूज लाईव व्यूरो:—
पिथौरागढ। जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने विकासखंड मूनाकोट के ग्राम भटेड़ी का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने आजीविका परियोजना के अंतर्गत किये जा रहे कार्यों जिसमें स्थानीय लोगों को मुर्गी पालन हेतु विशेष सहयोग प्रदान किया गया है। उक्त लाभार्थियों के द्वारा मुर्गी पालन हेतु तैयार फार्म का भी निरीक्षण किया। साथ ही जिलाधिकारी ने अपने भ्रमण के दौरान ग्रामीणों के साथ बैठक कर गांव में किये जा रहे विकास कार्यों के संबंध में जानकारी लेने के साथ ही ग्रामीणों की समस्याऐं से भी रूबरू हुए।
उत्तराखंड एकीकृत आजिविका परियोजना के अंतर्गत प्रथम चरण में जनपद के विकास खंड विण एवं मूनाकोट के अंतर्गत आजीविका से संबंधित विभिन्न कार्य किये जा रहे है। विकासखंड मूनाकोट के अंतर्गत इस हेतु 05 फेडरेशन बनाऐ गये है। परियोजना के अंतर्गत ग्राम भटेड़ी में स्थानीय लोगों को स्वरोजगार उपलब्ध कराये जाने हेतु मुर्गी पालन के क्षेत्र में विशेष सहयोग किया जा रहा है। इस हेतु वर्तमान में गांव में कुल 16 यूनिटें स्थापित कर दी गयी है प्रत्येक मुर्गी फार्म में लगभग 1500 तक मुर्गिया है जिन्हें स्थानीय पिथौरागढ़ बाजार में विक्रय किया जा रहा है। मुर्गी पालकों को परियोजना के अंतर्गत प्रथम प्रशिक्षण पंतनगर विश्वविद्यालय में दिया गया है। मंगलवार को जिलाधिकारी द्वारा भटेड़ी गांव पहुंचकर गांव में बनाऐ गये कुल 16 मुर्गी फार्म का स्थलीय निरीक्षण कर मुर्गी पालकों से उक्त संबंध में जानकारी ली। साथ ही जिलाधिकारी द्वारा उक्त व्यवसाय में आ रही विभिन्न समस्याओं के संबंध में भी जानकारी ली गयी। भ्रमण के दोरान जिलाधिकारी ने दुरस्त ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से स्थानीय युवाओं द्वारा इतने अधिक मात्रा में किये जा रहे उक्त व्यवसायिक कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यह अन्य क्षेत्र हेतु भी एक प्रेरणादायक कार्य है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों द्वारा गांव में ही स्वरोजगार को अपने हुए इतने वृहद मात्रा में मुर्गी पालन का जो कार्य किया जा रहा है वह एक सराहनीय कार्य है। इससे जहां एक ओर स्थानीय लोगों को गांव में ही स्वरोजगार प्राप्त होगा वही गांव से पलायन भी रूकेगा। उन्हांेने मुर्गी पालकों को आश्वस्त किया कि उन्हें इस कार्य करने में प्रशासन की ओर से जो भी आवश्यकता होगी उन्हें पूर्ण मदद उपलब्ध करायी जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों की आया दोगुना करने जो लक्ष्य रखा गया है उस लक्ष्य को पूर्ति करने हेतु इस प्रकार के स्वरोजगार के कार्यों को वृहद रूप में किया जायेगा ताकि निर्धारित समय पर लक्ष्य की पूर्ति हो सके।
भ्रमण के दौरान मुर्गी पालकों द्वारा मुर्गी पालन के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों व आ रही समस्याओं के बारे में अपने अनुभव जिलाधिकारी के समक्ष रखे गये जिसमें उन्हेांने अवगत कराया कि प्रारम्भ में कई चूजे बीमारी आदि से मर जा रहे थे जिसके उपरांत् आजीविका परियोजना के अंतर्गत उन्हें पंतनगर विश्वविद्यालय में परीक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के पश्चात् सही वैक्सीनेशन सही अन्य जानकारियां देने के पश्चात् आज उनके उत्पादन में किसी भी प्रकार की समस्यां नही आ रही है। उन्होंने जिलाधिकारी के समक्ष मुर्गी फार्म में लो बोल्टेज होने के कारण आ रही समस्यां के समाधान हेतु क्षेत्र में एक अतिरिक्त ट्रांसफार्मर स्थापित किये जाने, एक अतिरिक्त पेयजल लाईन निर्माण की मांग जिलाधिकारी के समक्ष रखी गयी। उक्त संबंध में जिलाधिकारी ने भ्रमण के दोरान मौके पर उपस्थित सीडीओ को निर्देश दिए कि आगामी जिला योजना में अतिरिक्त ट्रांसफार्मर की स्थापना एवं पेयजल लाईन के निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार करना सुनिश्चित करें।
भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने ग्रामीणों की समस्यां के साथ ही गांव में किये जा रहे विकास कार्यों के बारे में भी जानकारी ली गयी। उन्होंने गांव में मनरेगा के अंतर्गत किये जा रहे कार्याें की भी जानकारी खंड विकास अधिकारी मूनाकोट से ली गयी तथा उक्त संबंध में ग्रामीणों से भी किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी लेने पर मनरेगा के अंतर्गत अनेक कार्य व्यक्तिगत लाभार्थी के ही किये जाने पर जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि मनरेगा के अंतर्गत अधिकांश कार्य सार्वजनिक होने आवश्यक है इस हेतु ग्रामीण खुली बैठक में भी योजनाओं का चयन किया जाय।
बैठक में ग्रामीणों द्वारा गांव में किये जा रहे विकास कार्योें के बारे में स्पष्ठ जानकारी न होने के कारण जिलाधिकारी ने आगामी 17 दिसम्बर को गांव में खुली बैठक करने के निर्देश खंउ विकास अधिकारी मूनाकोट को देते हुए ग्रामीणों से अपील की कि वह उक्त बैठक में गांव के विकास हेतु जो भी योजनाऐं तैयार की जानी है उन्हें उक्त खुली बैठक में लाये ताकि आगामी वित्तीय वर्ष में उसके अनुरूप कार्य किया जा सके। ग्रामीणों द्वारा मनरेगा के अंतर्गत गांव में किये जा रहे कार्यों के बारे में सही जानकारी न होने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को मौके पर निर्देश दिए कि सभी गांवों का मनरेगा के अंतर्गत किये जा रहे कार्यों का आगामी मार्च माह तक सोशल आॅडिट कराया जाय। साथ ही जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी मूनाकोट को आगामी 31 मार्च, 2018 तक प्रत्येक गांव में महिला मंगल दलों के गठन किये जाने के निर्देश दिए।
भ्रमण के दौरान सीडीओ वन्दना, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा0 विद्यासागर कापड़ी, उपमुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा0 पी0के0जोशी, आजीविका परियोजाना के परियोजना प्रबंधक कुलदीप बिष्ट, उप प्रबंधक राजेश मठवाल, बीडीओ मूनाकोट दिनेश सिंह दिगारी, मुर्गी पालक नरेन्द्र गोबाड़ी, राजेन्द्र सिंह, हुकुम सिंह चन्द्र सिंह, अनिल सिंह समेत ग्रामीण आदि उपस्थित थें।