जिला मुख्यालय पर ही बच्चों से पढ़ाई के बजाय कराई जाती है मजदूरी

न्यूज लाईव सवाददाता अभिषेककुमारगोड:—

अम्बेडकर नगर.यू पी देश में शिक्षा का अधिकार कानून लागू है और इस अधिनियम के तहत देश के सभी बच्चों को शिक्षा देना सरकार के लिए जरूरी ही नहीं बल्कि अनिवार्य है। इस अधिनियम की मंशा के अनुरूप उत्तर प्रदेश में भी सरकार गांव गांव गरीबों को शिक्षा देने के लिए पूरे प्रयास कर रही है। इसके लिए सभी प्राइमरी और उच्च प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को मुफ्त शिक्षा के साथ साथ सभी बच्चों को मुफ्त भोजन, मुफ्त ड्रेस, मुफ्त कापी किताब जैसी सभी जरूरत का समान मुहैया करावा रही है और बदले में सरकार यह चाहती है कि ये सभी बच्चे पढ़ लिख कर अच्छे इन्सान बने और देश का नाम रोशन करें, लेकिन अम्बेडकर नगर में सरकारी शिक्षा महकमे का ऐसा काला सच सामने आया है, जिसे देख कर सभी लोग हैरान हो जायेंगे।
शिक्षा के मंदिर में पढ़ने वाले बच्चों के हाथ में अगर हथौड़ा और छेनी थमा दिया जाय तो फिर आप क्या सोचेंगे। क्या आपके बच्चे ईंट और पत्थर तोड़ने वाले उस छेनी और हथौड़े से अपने आगे का भविष्य तय कर पाएंगे या फिर आपके संजोये हुए सपनों को साकार कर पाएंगे, यह एक बहुत ही बड़ा और गंभीर प्रश्न है, जो आपके लिए है आपके बच्चों के लिए है और इस देश में पढ़ने वाले हर बच्चों के लिए है। क्या ऐसे स्कूल में आप अपने बच्चों को पढ़ाना चाहेंगे।
जिला मुख्यालय पर ही बच्चों से लिया जाता है मजदूरों जैसा काम
यह मामला किसी ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालय का नहीं बल्कि अम्बेडकरनगर के जिला मुख्यालय पर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय अकबरपुर का है। इस विद्यालय की ख़ास बात यह है कि जब अम्बेडकर नगर जिले गठन किया गया तो सबसे पहले इसी विद्यालय को बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय बनाया गया थाऔर गत तीन चार बर्पो से बी एस ए कार्यालय अपने निजी भवन मे स्थानातरित किया जा चूका है बेसे तो यह विघालय जिला मुख्यालय पर ही पर ही है जहॉ डी एम एस पी से लेकर बी एस डी आई ओ एस समते सभी विभागो के जिला स्तरीय अधिकारी रहते है लेकिन वावजूद इसके न तो यह केअघ्यपको मे अधिकारीयो का कोई खौफ है और न ही इस विघायल मे पढने वाले बच्चो के पृति से यहॉ सहानुभूति बल्कि यहॉ पढने आये बच्चो से यहॉ पढाने वाले बेरहम टीचर बच्चो के नाजुक हाथो मे हथौडा और छीनी थमाकर इस मासूम बच्चो से ईट और पत्थर तोडवोन का काम करते है जो आप अगर आप अपने बच्चो को सरकारी स्कूल मे पढा रहे है तो फिर सावधान हो जाइये क्योकि यहॉ

Share This News