दो शिक्षकों के भरोसे चल रहा है जीआईसी समकोट
मुनस्यारी से “न्यूज लाईव” के लिए शेखर जोशी की रिपोंट:– —————–
मुनस्यारी राजकीय इंटर कॉलेज समकोट में कई शिक्षकों के कई पद लंबे समय से रिक्त चल रहे हैं। जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। स्कूल में शिक्षक नहीं होने से अभिभावकों में खासा आक्रोश है। ग्रामीणों ने शीघ्र शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
जीआईसी समकोट दो शिक्षकों के भरोसे चल रहा है। विद्यालय में एलटी समेत कई पदों के साथ ही हिंदी, विज्ञान, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, अंग्रेजी, गणित, अर्थशास्त्र और इतिहास जैसे महत्वपूर्ण विषयों में प्रवक्ताओं के पद भी खाली चल रहे हैं। जिससे विद्यालय में पठन-पाठन की व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है। समकोट के पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य शेर सिंह ने कहा कि विद्यालय में 130 से अधिक बच्चे अध्ययनरत हैं। अध्यापकों की कमी के चलते जिनका भविष्य अंधकारमय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कई बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत की गई। इसके बावजूद अध्यापकों की नियुक्ति नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि अगर विद्यालय में शीघ्र अध्यापकों की नियुक्ति नहीं की गई तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।
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पूर्व सरकार ने दिया था विद्यालय में विज्ञान और आर्ट विषय
मुनस्यारी। पूर्व सरकार ने तल्ला जोहार के समकोट की भौगोलिक और बीपीएल परिवारों की समस्या देखते हुए स्कूल में बच्चों को विज्ञान और आर्ट विषय दिया था। स्कूल में विज्ञान और आर्ट विषय आने के बाद कक्षा 11 में 26 से अधिक बच्चे विषयों में प्रवेश ले चुके हैं। ग्राम प्रधान धर्म सिंह ने बताया कि विद्यालय में हाईस्कूल और इंटर के बच्चों को पढ़ाने के लिए 9 शिक्षकों के पद सृजित किए गए थे। लेकिन इंटरमीडिएट की कक्षाओं को पढ़ाने के लिए अब तक शिक्षकों ने की नियुक्ति नहीं की गई है। जिससे छात्र और अभिभावक स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
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क्षेत्र पंचायत सदस्य ने सीएम को भेजा पत्र
मुनस्यारी। क्षेत्र पंचायत सदस्य देवा राणा ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पत्र भेजा। जिसमें उन्होंने कहा कि जीआईसी समकोट में अध्यापकों की कमी से जूझ रहा है। कहा कि लंबे समय से विद्यालय में अध्यापकों की नियुक्ति की मांग की जा रही है। इसके बाद बावजूद भी अब तक अध्यापकों की नियुक्ति की गई है। जिस कारण समकोट, डोकला और लोध समेत कई गांवों से यहां पढ़ने आने वाले बच्चे खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। कहा कि अगर शीघ्र विद्यालय में अध्यापकों की नियुक्ति नहीं की गई तो वे ग्रामीणों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।
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जूनियर हाईस्कूल के शिक्षक इंटरमीडिएट के बच्चों को दे रहे हैं शिक्षा
मुनस्यारी। जीआईसी समकोट में इंटरमीडिएट की कक्षाओं को पढ़ाने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई है। शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने से इंटरमीडिएट के बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा भी जूनियर हाईस्कूल के दो अध्यापकों पर है। जूनियर हाईस्कूल के ये दो शिक्षक किसी तरह हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के बच्चों को पढ़ाने में जुटे हुए हैं। इन शिक्षकों के इस प्रयास की स्थानीय लोगों ने सराहना की है।
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एनएसयूआई ब्लॉक अध्यक्ष ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
मुनस्यारी। एनएसयूआई ब्लॉक अध्यक्ष विक्रम दानू ने कहा कि कहा कि राजकीय इंटर कॉलेज समकोट और आदर्श इंटर कॉलेज मदकोट में लंबे समय से प्रवक्ता और शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं। विभाग ने इन पदों को भरने की कोई कवायद नहीं की है। उन्होंने कहा कि शिक्षक नहीं होने से यहां पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ गया है। शिक्षकों के आभाव में बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से चौपट हो गई है। कहा कि अगर शीघ्र विद्यालयों में शिक्षकों और प्रवक्ताओं के पद नहीं भरे गए तो एनएसयूआई शिक्षा विभाग के खिलाफ उग्र आंदोलन को बाध्य होगी।
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“शासन स्तर पर शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की जा रही है। शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने से विद्यालय में अध्यापक नहीं भेज पा रहे हैं। शिक्षकों की नियुक्ति होने के बाद भी अध्यापक भेजे जा सकेंगे।”
भानुप्रताप, खंड शिक्षा अधिकारी, मुनस्यारी।