जेल में बंद भाइयों के माथे पर टीका लगाकर बहनों ने भैयादूज मनाया।

मथुरा से न्यूज लाईव संवाददाता नितेश ठाकुर की रिपोंट:—
मथुरा। भाईदूज पर जेल में बंद भाइयों के माथे पर टीका लगाकर बहनों के आंखों से आंसू छलक पड़े। यह आंसू खुशी के थे और मौका था भाईदूज का। बहनों ने भाइयों के गले मिलकर उनकी लंबी उम्र की कामना की। जिला कारागार पर सवेरे से शुरु हुआ यह क्रम सायं पांच बजे तक चला। पांच राउंड में करीब 1635 बहनों ने 1013 भाइयों के माथे पर टीका लगाया। यह बहनें अपने साथ 612 बच्चों को लेकर जेल में पहुंची।
शनिवार को जिला कारागार के बाहर मेला लगा दिखा। बहनें अपने भाइयों के माथे पर टीका करने के लिए बेताब दिखी। लाइनों में खड़ी बहनें अपनी बारी की इंतजार कर रही थी। जिला कारागार प्रशासन ने भी बहनों के लिए भाइयों से मिलाई के पर्याप्त इंतजाम किए थे। सवेरे आठ बजे 200 बहनों को कारागार में प्रवेश दिलाया गया। यह बहनें अपने भाइयों के माथे पर टीका करने के बाद लंबी उम्र की कामना करती दिखी। दूसरे राउंड में 270, तीसरे में 500, चौथे में 450 और पांचवें राउंड में 215 बहनों ने प्रवेश पाकर अपने भाइयों के माथे पर टीका किया। खास यह रहा है कि 1635 बहनों के साथ 612 छोटे बच्चे भी जेल में गए। शैलेंद्र कुमार मैत्रये का कहना है पांच राउंड में 1635 बहनों ने अपने भाइयों के माथे पर टीका किया।
कारागार प्रशासन ने किए थे पर्याप्त इंतजाम
मथुरा। यमद्वितीया पर जेल प्रशासन भी इंतजाम किए थे। बड़े ही आसानी से पांच राउंड में बहनों को प्रवेश दिलवाकर भाइयों के माथे पर टीका लगवाने में जेल का हर कर्मचारी मुस्तैद दिखाई दिया। जेलर अरविंद पांडेय ने बताया कि शांतिपूर्वक बहनों ने अपने भाइयों के माथे पर टीका लगाया।
