तीन पुत्रियों को जन्म देने की मिली भयानक सज़ा-प्रशासन मूक दर्शक

तीन पुत्रियों को जन्म देने की मिली भयानक सज़ा-प्रशासन मूक दर्शक

19 Dec 2017

 

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का लगा पलीता

 

अम्बेडकरनगर: न्यूज लाईव संंवाददाता अभिषेक कुुमार गौड:–

 

 

अपनी कोख से तीन पुत्रियों को जन्म देना एक माँ के लिए अभिशाप बन गया है। पुत्र पैदा ना होने से नाराज़ पति ने पत्नी पर जानलेवा हमला करते हुए तीनों पुत्रियों के साथ घर निकाला का आदेश जारी कर दिया जिसके कारण पीड़िता दर-दर भटकते हुए सड़कों पर घूमने को मज़बूर है। पीड़ित ने आलाधिकारियों से न्याय की गोहार लगाई है।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, परिवार कल्याण मंत्रालय एवं मानव संसाधन विकास की संयुक्त पहल पर बालिकाओं को सशक्ति बनाने के उद्देश्य से 22 जनवरी 2015 को ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना कि शुरुआत कर शासन व प्रशासन ने काफी सराहनीय कदम उठाया लेकिन जनपद की तहसील टाण्डा में स्थित अलीगंज थाना क्षेत्र के महरीपुर गाँव निवासी अनीता को अपनी कोख से तीन पुत्रियों को जन्म देना उसकी जिंदगी के लिए अभिशाप बन गया है। शासन प्रशासन की अति महत्वाकांक्षी योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के मुँह पर करारा प्रहार करते हुए महरीपुर गाँव निवासी बिन्दु पुत्र फिरतू ने अपनी पत्नी अनीता को बेटा ना पैदा करने के आरोप में काफी दिनों से मारता पीटता चला आ रहा था लेकिन तीन दिन पूर्व आक्रोशित पति बिन्दु ने अपनी पत्नी अनीता पर फावड़े से जान लेवा हमला तक किया और फिर अनीता को तीनों पुत्रियों के साथ घर से निकाल दिया। पीड़िता अनीता का विवाह विगत 12 वर्ष पूर्व बिन्दु के साथ हिन्दू रस्म व रिवाज के साथ हुआ था। ठण्ड व कोहरे के मौसम में पीड़िता तीन दिन से अपनी मासूम पुत्रियों को लेकर सड़कों पर मारी-मारी चल रही है। किसी तरह सूचना मिलने के बाद पहुँची पीड़िता की माँ ने अपने घर बसखरी ले जाने का प्रयास किया मगर पीड़ित ने इनकार कर दिया। अनीता अपनी माँ व पुत्रियों के स

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