दानपुर को पर्यटन सर्किट से जोड़ने की मांग तेज
न्यूज लाईव संवाददाता कुलदीप सिह:–
पिंडर नदी को नमामि गंगे परियोजना में शामिल करने की भी गुहार
बागेश्वर। पिछड़े और सीमावर्ती दानपुर क्षेत्र को पर्यटन से जोड़ने की मांग तेज हो गई। दानपुर सेवा समिति ने डीएम को ज्ञापन दिया। उन्होंने पिंडर नदी को नमामि गंगे परियोजना में शामिल करने की गुहार लगाई।
सोमवार को दानपुर सेवा समिति के सदस्यों का शिष्टमंडल डीएम रंजना राजगुरु से मिला। उन्होंने बताया कि दानुपर क्षेत्र विषम भौगोलिक परिस्थितियों व प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। उन्होंने बताया कि पहले क्षेत्र में पर्यटकों की तादात अधिक रहती थी। अब विकास और मूलभूत सुविधाएं नहीं होने से उनकी तादात घट रही है। गांव से भी लोगों का बड़ी संख्या में पलायन हो रहा है। जिससे क्षेत्र में बेरोजगारी अधिक हो रही है। ग्रामीण पलायन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दानुपर क्षेत्र में कई सुंदर स्थान हैं। पिंडारी, कफनी, हीरामणि आदि ग्लेशियर हैं। सरमूल, सहस्रधारा में भी पर्यटन की अपार संभावनाएं छिपी है। इन क्षेत्रों को सुविधा संपन्न बनाने पर यहां फिर से पर्यटन को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने पिंडर घाटी की प्रमुख नदी पिंडर को नमामि गंगे परियोजना में शामिल करने की भी गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि गर्मी में जहां अन्य नदियों का जल कम होता है। पिंडर नदी के पानी में बढ़ोत्तरी होती है। उन्होंने कहा कि सरकार गंगा और उसकी सहायक नदियों को बचाने के लिए नमामि गंगा परियोजना लाई है। इसमें पिंडर नदी को भी शामिल किया जाना चाहिए। जिससे पिंडर घाटी के पर्यावरण में सुधार और हिमालय को बचाने में मदद मिलेगी। इस मौके पर दीवान सिंह दानू, मान सिंह देव, प्रेम सिंह देव, हीरा सिंह टाकुली, हर्ष सिंह आदि मौजूद रहे।