नोटबंदी के एक साल बीत जाने के बाद भी इस मुद्दे को लेकर विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधती रहती है, वहीँ अब सरकार ने सिक्कों को लेकर बड़ा फैसला लिया है।
नोटबंदी के बाद अब सरकार ने सिक्कों को लेकर लिया ये बड़ा फैसला, पढ़ें पूरी खबर
नोटबंदी के एक साल बीत जाने के बाद भी इस मुद्दे को लेकर विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधती रहती है, वहीँ अब सरकार ने सिक्कों को लेकर बड़ा फैसला लिया है।
पटना, सनाउल हक़ चंचल
8 नवंबर 2016 को सरकार द्वारा एक चौकाने वाला फैसला लिया गया और 500 और 1000 के नोट को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया। नोटबंदी के बाद बैंकों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लग गई। नोटबंदी के एक साल बीत जाने के बाद भी इस मुद्दे को लेकर विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधती रहती है, वहीँ अब सरकार ने सिक्कों को लेकर बड़ा फैसला लिया है।
जी हाँ, अब देश में सिक्कों की छपाई बंद कर दी गई है। देश की चारों टकसाल ने इनके उत्पादन का काम रोक दिया है। सिक्कों की छपाई बंद किये जाने की जो वजह RBI ने बताई है, उसके अनुसार टकसालों में सिक्कों का ज्यादा भंडार होने की वजह से इनकी छपाई बंद की गई है। जानकारी के मुताबिक नोटबंदी के दौरान लोगों की ओर से बैंकों में जमा कराई करेंसी के चलते आरबीआई टकसाल से कम सिक्के उठा रहा है। इसके चलते टकसाल में सिक्कों की मात्रा ज्यादा हो गई है। इसी के चलते सिक्के बनाने पर रोक लगा दी गई है। सिक्यॉरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के पास मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और नोएडा में टकसाल हैं।
मुंबई मिंट के इंटरनल नोटिस में कहा गया है कि एसपीएमसीआईएल से मिले निर्देश के अनुसार इंडिया गवर्नमेंट मिंट, मुंबई में सर्कुलेशन कॉइंस का उत्पादन तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाएगा। हालांकि, सिक्का का उत्पादन रुकने से आम पब्लिक को कोई परेशानी नहीं होगी, क्योंकि, आरबीआई के पास पर्याप्त सिक्के हैं। 24 नवंबर 2016 को आरबीआई के पास करीब 1, 2, 5 और 10 रुपए के 676 करोड़ रुपए मूल्य के सिक्के थे।