पराली को जलाने की गऊशालाओं के चारे में किया जाए प्रयोग:सुमेधा

कुरुक्षेत्र से न्यूज लाईव संवाददाता राकेश शर्मा  की रिपोंटः–
उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने कहा कि किसानों को खेतों में खड़े फानों व पराली को आग नहीं लगानी चाहिए बल्कि पराली और फानों से भूसा बनाकर गऊशालाओं को उपलब्ध करवाने का प्रयास करना चाहिए। इससे प्रदूषण मुक्त कुरुक्षेत्र बनेगा और गऊशालाओं में गायों और नंदी को चारा भी मिल सकेगा।
 लघु सचिवालय के सभागार में गऊशाला संचालकों और अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के आदेशानुसार खेतों में खड़े फानों और पराली को आग लगाने पर प्रतिबंध लगाया गया हैं। इस प्रतिबंध की उल्लघंना करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश भी दिए गए हैं। खेतों में खड़े फानों और पराली को आग लगाने से जहां भूमि के मित्र कीट मर जाते हैं वहीं पर्यावरण भी दूषित हो जाता हैं। इसके अलावा किसी दुर्घटना की सम्भावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता हैं।
उन्होंने कहा कि इन तमाम पहलुओं पर मंथन करने के उपरांत किसानों से अपील की जा रही हैं कि फानों और पराली को आग न लगाए बल्कि इससे भूसा तैयार करे और इस भूसे को गऊशालाओं के लिए उपलब्ध करवाया जाए। इससे किसानों को भी फायदा होगा और गायों को चारा भी मिल पाएगा। इसके लिए सभी बीडीपीओ और तहसीलदारों को भी किसानों को जागरुक करने के आदेश दिए गए हैं। इस बैठक में वैज्ञानिकों ने चारा बनाने के प्रति जानकारी दी और फानों को आग लगाने से होने वाले नुकसान के बारे में भी बताया। इस मौके पर पशुपालन विभाग के उपनिदेश डा. धर्मेन्द्र सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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