पिथौरागढ में जिलाधिकारी की अध्यक्षता मे बैठक संम्पन्न
पिथौरागढ। न्यूज लाईन ब्यूरो
पिथौरागढ सोमवार देर सांय जिला सैनिक कल्याण परिषद् पिथौरागढ़ की बैठक परिषद् के अध्यक्ष जिलाधिकारी सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में संपन्न हुई। बैठक में जनपद में सैनिक कल्याण विभाग के माध्यम से पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों हेतु सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा करतें हुए जिलाधिकारी ने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों को विभिन्न विभागों के माध्यम से जो योजनायें संचालित है संबंधित विभाग उन योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ उन्हें अवश्य उपलब्ध करायें। सरकार द्वारा पूर्व सैनिकांे के परिवारों हेतु जो भी आर्थिक सहायता दी जाती है विभागों का दायित्व है कि वह समय पर लाभार्थियों को उपलब्ध कराये। साथ ही जिलाधिकारी ने जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी को निर्देश दिए कि वे सरकार द्वारा पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों हेतु चलायी जा रही योजनाओं का बेहतर प्रचार-प्रसार करना सुनिश्चित करें ताकि योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लाभार्थियों को मिल सके।
बैठक में सेवानिवृृत्त कर्नल आर0 डी0 जोशी ने सरकार द्वारा पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों हेतु चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए अपने विचार व्यक्त किये गये।
बैठक में जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी महावीर सिंह राणा द्वारा वित्तीय वर्ष 2016-17 में विभाग द्वारा किये गये कार्याें की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। उन्होंने अवगत कराया कि विभाग द्वारा 75 पेंशन प्रकरणों का निस्तारण किया गया, 37 पात्रों को सेना सामूहिक बीमा निधि योजनान्तर्गत बीमा धन का भुगतान किया गया तथा 248 भूतपूर्व सैनिकों को आश्रित प्रमाण पत्र जारी किये गये साथ ही 15 मेडिकल पेंशन प्रकरणों का निस्तारण किया गया इसके अतिरिक्त 589 भूतपूर्व सैनिक पहचान पत्र जारी किये गये तथा ब्लाक वाइज भ्रमण कर पात्र आश्रितों को जानकारी दी गयी। साथ ही उन्होंने अवगत कराया कि जिला सैनिक कल्याण की ओर से डिमाइज ग्रान्ट आर्मी सैन्ट्रल वेलफियर फण्ड से कुल 88 पात्रों को प्रति पात्र 7 हजार की दर से कुल 6 लाख 16 हजार की धनराशि वितरित की गयी एवं केन्द्रीय सैण्ट्रल बोर्ड अंतर्गत फयूनरल ग्राड अंतर्गत कुल 22 पात्रों को प्रति पात्र 5 हजार रू0 की दर से कुल 1 लाख, 10 हजार, रू0 की धनराशि वितरित की गयी तथा 65 वर्ष से ऊपर आय के नान पेंशनर भूतपूर्व सैनिकों/विधवाओं को वार्षिकी 12 हजार प्रति पात्र की दर से कुल 66 पात्रों को 1000 रू0 मासिक अनुदान दिया गया। इसके अतिरिक्त हवलदार रैंक तक के भूतपूर्व सैनिकों को पुत्री शादी हेतु 1 लाख 73 हजार रू0 की धनराशि वितरित की गयी तथा हवलदार रैंक के भूतपूर्व सैनिकों/विधवाओं के बच्चों को छात्रवृत्ति उपलब्ध कराये जाने हेतु 378 पात्रों को प्रति पात्र 12 हजार प्रति पात्र की दर से कुल 45 लाख, 36 हजार की अनुदान राशि वितरित की गयी तथा सैनिक संस्था उत्तराखंड के माध्यम से पुत्री विवाह हेतु कुल 16 पात्रों को 16 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की गयी, सैनिक पुर्नवास संस्था उत्तराखंड के माध्यम से भूतपूर्व सैनिकों/वीरांगनाओं के आश्रितों को कुल 147 पात्रों को 12 लाख 70 हजार, की आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी गयी। इसके अतिरिक्त दैवीय आपदा क्षतिग्रस्त भवनों की मरम्मत हेतु कुल 01 पात्र को 30 हजार रू0 की आर्थिक सहायता प्रदान की गयी तथा 01 भूतपूर्व सैनिक को स्वरोजगार उपलब्ध कराये जाने हेतु 5 लाख रू0 की धनराशि का ऋण उपलब्ध कराया गया तथा 7 दिसम्बर, 2015 से 30 सितम्बर, 2016 तक 6 लाख, 74 हजार, 599 रू0 की धनराशि विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से चंदे के रूप में एकत्रित कर निदेशालय उत्तराखंड देहरादून को भेजा गया तथा संस्था की ओर से 32 अभ्यार्थियेां को भर्ती पूर्व प्र्रशिक्षण, 19 अथ्यार्थियों को कम्प्यूटर प्रशिक्षण दिया गया।
बैठक में जिलाधिकारी ने जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी को निर्देश दिए कि कम्प्यूटर प्रशिक्षण अंतर्गत जिन 19 अभ्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया है उनमें कितने अभ्यार्थियों को रोजगार प्राप्त हुआ उनकी सम्पूर्ण जानकारी एकत्र कर उन्हें भी उपलब्ध करायें। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनपद अंतर्गत जितने भी शहीदों की विधवायें है उनकी सूची तत्काल जिला प्रशासन को उपलब्ध करायें ताकि जो भी पूर्व सैनिकों/विधवाओं की समस्यायें है उन्हें त्वरित गति से हल किया जा सके। बैठक में विभागीय अधिकारियों एवं सदस्यों के उपस्थित न होने पर जिलाधिकारी ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए कि वे आगामी बैठक में समस्त सदस्यों को समय से सूचित करना सुनिश्चित करें ताकि आपसी समंजस्य बनाकर पूर्व सैनिकों के हितों हेतु सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ पात्रों को मिल सके। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित विभागाीय अधिकारियों, भूतपूर्व सैनिकों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। इसके अतिरिक्त बैठक में जिलाधिकारी के समक्ष कई भूतपूर्व सैनिकों द्वारा अपनी समस्याऐं भी रखी गयी जिनका समाधान किये जाने हेतु जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी 26 जुलाई को कारगिल दिवस (शौर्य दिवस) के रूप मनाए जाने हेतु विचार विमर्श और कार्यक्रम की रूपरेखा निर्धारित की गई।
बैठक में अपर जिलाधिकारी मुहम्मद नासिर, उपजिलाधिकारी सदर संतोष कुमार पाण्डे, सेवानिवृृत्त कर्नल आर0डी0जोशी, पीडी डीआरडीए नरेश कुमार, जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी महावीर सिंह राणा समेत तमाम भूतपूर्व सैनिक, विभागों के अधिकारी आदि उपस्थित थे।