पिथौरागढ़। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ सी0 रविशंकर ने राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के हवाले से बताया है कि जनपद में शीतलहर एवं बर्फवारी से बचाव हेतु आवश्यक निर्देश
पिथौरागढ़। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ सी0 रविशंकर ने राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के हवाले से बताया है कि जनपद में शीतलहर एवं बर्फवारी से बचाव हेतु आवश्यक निर्देश
पिथौरागढ न्यूज लाईव व्यूरो:—
पिथौरागढ़। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ सी0 रविशंकर ने राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के हवाले से बताया है कि जनपद में शीतलहर एवं बर्फवारी से बचाव हेतु आवश्यक निर्देश राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण दिये गये है।
जिलाधिकारी ने जनपद के समस्त नागरिकों को शीतलहर एवं ठंड से बचाव हेतु राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण दिये गये निर्देशों के क्रम में अवगत कराया है कि उक्त मौसम में नागरिक जितना संभव हो सके घर के अंदर रहे, बढ़ती ठंड के लए सर्दी के समुचित कपड़ों की व्यवस्था रखें, ठंड बढ़ने व इसके बचाव की सूचनाओं के लिए रेडियों व अन्य संचार माध्यमों पर ध्यान बनाये रखें, अकेले रहने वाले पड़ोसियों विशेष रूप से बुजर्गाें की समय-समय पर जानकारी लेते रहे, यह पक्का करें की दैनिक उपयोग व ऊर्जा से संबंधित आपूर्तियां उपलबध रहें,घर में एक या दो कक्षों का उपयोग करना व उन्हें गरम रखना उपयुक्त है, अति ठंडक में शरीर को गरम रखने के लिए पौष्टिक भोजन एवं अल्कोहलरहित गरम पेय पदार्थों का उपयोग करते रहे, बिजली चले जाने पर फ्रीजर को केवल 48 घंटे तक सुरक्षित रख पायेगा अतः इससे अधिक उपयोग न करे, हर समय समुचित गरम कपड़े पहनें व एक मोटे कपड़े के स्थान पर पतले कपड़ों की परतें शरीर को अधिक गर्मी देंगी, सिर में टोपी व मफलर आदि का उपयोग गर्मी बनाये रखने में लाभकारी है, मिट्टी के तेल के चूल्हे, हीटर तथा कोयले की अंगीठी का उपयोग करते समय घर में खिड़की व रोशनदाल खुले रखें, अधिक बर्फ व हिमस्खलन वाले छात्रों में न जायें, शरीर के किसी अंग में चेतना न होने, हाथ पैर की अंगुलियों, कान व नाक में सफेद या पीले निशान हाने पर शीतक्षत या फ्रास्ट बाइट की जांच कराये, हाइपोथर्मियां (शरीर का तापमान सामान्य से कम होने पर) अनियंत्रित कंपकंपी, समृति लोप, आवाज में गड़बड़ी, शरीर अनियंत्रित या शिथिल होने के संकेत मिलने पर तत्काल डाक्टर से परामर्श लें,