पिथौरागढ़ ग्राम्य विकास विभाग द्वारा मंगलवार को विकास भवन सभागार में मनरेगा, सुशासन एक पहल विषयक एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया

पिथौरागढ न्यूज लाईव व्यूरो:—

 

पिथौरागढ़ ग्राम्य विकास विभाग द्वारा मंगलवार को विकास भवन सभागार में मनरेगा, सुशासन एक पहल विषयक एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका शुभारम्भ मुख्य विकास अधिकारी वंदना द्वारा किया गया। कार्यशाला में विकासखण्ड पिथौरागढ़, कनालीछीना एवं मूनाकोट विकासखण्ड से आए खण्ड विकास अधिकारी, ग्राम्य विकास अधिकारी, मनरेगा रोजगार सहायक, अवर अभियंता मनरेगा को संबोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने सुशासन के सम्बन्ध में अपने विचार व्यक्त करते हुए मनरेगा के अंतर्गत प्रत्येक जाॅब धारक श्रमिक को 15 दिन में किए गए श्रम का भुगतान किए जाने तथा आगामी 15 जनवरी तक प्रत्येक मनरेगा श्रमिक के बैंक खाता, आधार नंबर सम्बन्धित विकासखण्ड में उपलब्ध कराए जाने के साथ ही सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को अपनी कार्यशैली में और अधिक सुधार लाते हुए जनता के साथ बेहतर व्यवहार बनाए रखने के निर्देश उपस्थित अधिकारी, कर्मचारी को दिए। अपने संबोधन में सुश्री वंदना ने कहा कि मनरेगा श्रमिक को अपने भुगतान हेतु कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़े इस हेतु 15 दिन के अंतराल में सम्बन्धित अवर अभियंता के माध्यम से एमबी कराते हुए श्रमिक का भुगतान उसके बैंक खाते में जमा हो जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसी भी श्रमिक का भुगतान नहीं रूकना चाहिए यह जिम्मेदारी रोजगार सहायक, ग्राम्य विकास अधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी की है। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी क्षेत्र से इस प्रकार की समस्याएं या शिकायतें प्राप्त होती हैं संबंधित के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि मनरेगा श्रमिक को समय पर उसके द्वारा किए गए कार्य का भुगतान हो इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी भी सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी की है। प्रशिक्षण कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी ने आगामी 2022 तक किसान की आय दोगुना किए जाने हेतु मनरेगा के अंतर्गत कृषि क्षेत्र में अधिक से अधिक कार्य कराए जाने हेतु भी प्रस्तावों को प्राथमिकता देने की बात कही।  उन्होंने कहा कि जब मनरेगा श्रमिक को सही समय पर रोजगार उपलब्धा कराए जाने के साथ ही श्रम का भुगतान किया जाएगा वही सुशासन है। इस हेतु अधिकारी कर्मचारी अपने दायित्वों का सही निर्वहन करना सुनिश्चित करें।
कार्यशाला में जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरि द्वारा मनरेगा के पूर्व में 25 रजिस्टर को कम करते हुए नए रूप में जो 7 रजिस्टर बनाए गए हैं उक्त रजिस्टरो में कार्य मांगने से लेकर मजदूरी, सामग्री आदि सभी लेखा जोखा आॅनलाइन एवं हस्तलिखित किए जाने के सम्बन्ध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत नागरिक सूचना पट को भी एक नया रूप दिया गया हैजो कि कार्य प्रारम्भ होने से पूर्व कार्यक्षेत्र में लगाया जाएगा। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर परियोजना अधिकारी मनरेगा मूनाकोट दीपक जोशी ने 7 रजिस्टर, सूचना पट एवं मनरेगा में सुशासन के बारे में विस्तार पूर्वक जा दी गई।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरि, मास्टर ट्रेनर दीपक जोशी, खण्ड विकास अधिकारी विण, मूनकोट, कनालीछीना तथा तीनों विकासखण्डों के ग्राम्य विकास अधिकारी, मनरेगा रोजगार सहायक, मनरेगा अवर अभियंता आदि उपस्थित थे।

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