प्लास्टिक के कचरे से बनेगा डीजल
मथुरा से न्यूज लाईव संवाददाता नितेश ठाकुर की रिपोंट:–
मथुरा। चेन्नई की कंपनी अब मथुरा में प्लास्टिक के कचरे से डीजल का उत्पादन करने जा रही है। इस प्रोजेक्ट के लिए यमुनापार स्थित टंचिंग ग्राउंड पर प्लांट की स्थापना की जाएगी। इसके लिए करीब दो एकड़ जमीन कंपनी को 15 साल के लीज पर दे दी गई है। सभी शहरों में प्लास्टिक कचरा बड़ी समस्या के रूप में सामने आ रहा है। इसमें आग लगने से उत्पन्न हो रहा प्रदूषण गंभीर समस्या बना हुआ है। इसके निस्तारण के लिए केंद्र सरकार की पहल पर राज्य सरकार ने चेन्नई की कंपनी को मथुरा में प्लास्टिक कचरे से डीजल उत्पादित करने के लिए अधिकृत किया है। पैर्ट्सन नाम की इस कंपनी ने मथुरा में अपने प्रोजेक्ट का प्रदर्शन पिछले दिनों डीएम और नगर आयुक्त के समक्ष किया था। शासन की पहल पर इस प्रोजेक्ट की स्थापना मथुरा में यमुनापार स्थित टंचिंग ग्राउंड में होगी। इसके लिए नगर निगम ने करीब दो एकड़ जमीन कंपनी को 15 साल के लीज पर दे दी है। इसके एवज मेें कंपनी 1.15 लाख रुपये वार्षिक किराया अदा करेगी। इस प्रोजेक्ट पर करीब 10 करोड़ की लागत आ रही है, जो कंपनी ही पूरी तरह से वहन करेगी। सहायक नगर आयुक्त डा.ब्रजेश कुमार के अनुसार निगम क्षेत्र अंतर्गत 175 टन कूडा प्रतिदिन उत्पादिन हो रहा है। इसमें मथुरा-वृंदावन शहरी क्षेत्र में ही 125 टन कूड़ा शामिल है, जिसे प्रतिदिन उठाया जा रहा है। इसमें करीब 70 प्रतिशत प्लास्टिक कचरा भी शामिल है। शासन के निर्देशानुसार करीब दो एकड़ जमीन कंपनी को लीज पर दी गई है। कंपनी खुद ही प्लास्टिक कचरे की व्यवस्था करेगी। इस पूरे प्रोजेक्ट पर निगम कोई धनराशि खर्च नहीं करेगा। कंपनी जमीन का किराया और शहर को स्वच्छ बनाने में तकनीकी सहयोग प्रदान करेगी।
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