भारत-नेपाल समन्वय समिति की बैठक वन विभाग के डाफिया सभागार में जिलाधिकारी पिथौरागढ़ सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में एक बैठक संपन्न हुई।
न्यूज लाईव ब्यूरो:—
पिथौरागढ़। सेामवार को भारत-नेपाल समन्वय समिति की बैठक वन विभाग के डाफिया सभागार में जिलाधिकारी पिथौरागढ़ सी0 रविशंकर की अध्यक्षता में एक बैठक संपन्न हुई। बैठक में दोनों देशों की ओर से विभिन्न एजेण्डा बिन्दुओं पर चर्चा की गयी जिसमें लखनपुर से नजंग के मध्य नेपाल की ओर से यात्रा संचालित किये जाने, सीमा संबंधित अपराध, अवैध नशीली वस्तुओं का व्यापार, मानव व्यापार, अवैध शिकार, पारस्परिक सुरक्षा से संबंधित विभिन्न बिन्दुओं, भारत नेपाल राष्ट्रों के मध्य स्थित झूलापुलों एवं प्रस्तावित पक्के पुलों के निर्माण आदि बिन्दुओं पर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच चर्चा की गयी।
बैठक में सर्वप्रथम जिलाधिकारी सी0 रविशंकर द्वारा मित्र राष्ट्र नेपाल से आये प्रमुख जिल्लाधिकारी दार्चुला, जनार्दन गौतम एवं अन्य अधिकारियों का बुकें देकर स्वागत किया गया। बैठक में सर्वप्रथम जिलाधिकारी पिथौरागढ़ सी0 रविशंकर द्वारा उच्च हिमालयी क्षेत्रों में प्रारम्भ होने वाले माइगे्रशन एवं आगामी प्रारम्भ होने वाली कैलाश मानसरोवर यात्रा हेतु यात्रा मार्ग के संबंध में लखनपुर एवं नजंग के मध्य वर्तमान में मार्ग अवरूद्व होने के कारण दोनों स्थानों में अस्थायी लकड़ी पुल बनाकर 02 किलोमीटर यात्रा नेपाल की ओर से कराये जाने को प्रस्ताव रखते हुए अवगत कराया कि पूर्व मेंे भी उक्त संबंध में प्रस्ताव भारत सरकार एवं नेपाल सरकार स्तर पर भेजा गया है आज उक्त संबंध में पुनः बैठक में चर्चा की गयी जिसमें जिलाधिकारी पिथौरागढ़ द्वारा अवगत कराया गया कि भारत की ओर से लखनपुर में लगभग 05 लाख रू0 की लागत से 40 मीटर एवं नजंग में लगभग 06 लाख रू0 की लागत से 70 मीटर लकड़ी का अस्थायी पुल बनाया जाना है उक्त पुलों के माध्यम से लखनपुर अस्थायी पुल से नेपाल की ओर लगभग 02 किलोमीटर पैदल चलकर नजंग पहुंचा जायेेगा उक्त संबंध में जिलाधिकारी पिथौरागढ़ द्वारा प्रमुख जिल्लाधिकारी दार्चुला से नेपाल की ओर से वर्तमान में उक्त 02 किलोमीटर पैदल मार्ग की वर्तमान स्थिति की जानकारी चाहने पर प्रमुख जिल्लाधिकारी दार्चुला जानार्दन गौतम ने अवगत कराया कि उक्त 02 किलोमीटर पैदल मार्ग से 400 मीटर मार्ग वर्तमान में क्षतिग्रस्त है जिसे शीघ्र नेपाल की ओर से ठीक कर लिया जायेेगा। उक्त पुलों के संबंध में बैठक में चर्चा करते हुए समिति की ओर से शीघ्र ही उक्त दोनों अस्थायी पुलों के निर्माण हेतु भारत एवं नेपाल सरकार को प्रस्ताव भेजा जायेगा। बैठक में जिलाधिकारी पिथौरागढ़ ने कहा कि आगामी 15 अप्रैल से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में माइग्रेशन प्रारम्ीा हो जाता है इस हेतु 15 अप्रैल से पूर्व दोनों अस्थायी पुलों का निर्माण एवं क्षतिग्रस्त 400 मीटर मार्ग को हमें समय से पूर्व मरम्मत कराना नितान्त आवश्यक होगा।
बैठक में उक्त के अतिरिक्त दोनों देशों के मध्य विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी जिसमें सीमा क्षेत्र में निर्माणाधीन विभिन्न झूलापुलांें एवं प्रस्तावित झूला एवं पक्के पुलों के वर्तमान प्रगति के संबंध में दोनों देशों से आये अधिकारियों द्वारा वर्तमान प्रगति से अवगत कराया गया। इसके अतिरिक्त सीमा संबंधित अपराध के संबंध में अवगत कराया कि सीमा संबंधी अपराधों की रोकथाम हेतु दोनों देशांे की ओर से सुरक्षा ऐजंसियों द्वारा आपासी समन्वय स्थापित करते हुए सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा राह है इस हेतु दोनों देशों की सुरक्षा ऐजंसियों के मध्य प्रत्येक माह बैठक भी आयोजित की जाती है। बैठ क में पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ अजय जोशी एवं नेपाल के दार्चुला से आये प्रहरी नायक उपनिरीक्षक जनक बहादुर शाही द्वारा विभिन्न अपराधों में फरार अभियुक्तों की गिरफतारी हेतु एक दूसरें को सहयोग किये जाने का अनुरोध किया गया।
बैठक में प्रमुख जिल्लाधिकारी दार्चुला द्वारा पिथौरागढ़ के खोतिला में गत वर्ष हुए भस्खलन और महाकाली नदी के कटाव के कारण खोतिला में भारत की ओर से काली नदी में पड़े बड़े बोल्डरों को हटाये जाने की मांग करते हुए कहा कि आगामी मानसून काल में नदी में पड़े हुए उक्त बोलडरों के कारण नदी का प्रभाव रूक भी सकता है जिससे दोनों देशों को खतरा हो सकता है उक्त संबंध में बैठक में जिलाधिकारी पिथौरागढ़ सी0 रविशंकर ने उपजिलाधिकारी दार्चुला एवं अधीक्षण अभियंता सिंचाई विभाग को 06 मार्च को नेपाल के अधिकारियों के साथ खोतिला का संयुक्त स्थालीय निरीक्षण कर रिर्पेाट देने के निर्देश दिये ताकि उक्त स्थल पर सुरक्षा के उपाय किये जा सके।
बैठक में भारत नेपाल सीमा में वन्य जन्तुओं के अवैध शिकार एवं अंगों की तस्करी के संबंध में चर्चा के दौरान दोनों देशों के अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि इसकी रोकथाम हेतु प्रयास जारी है तथा सभी सुरक्षा ऐजंसियों द्वारा आपसी समन्वय स्थापित करते हुए सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा रहा है। बैठक में जनपद पिथौरागढ़ की ओर से पुलिस अधीक्षक अजय जोशी द्वारा भारतीय जाली नाटों के प्रचलन पर रोकथाम हेतु नेपाल की सुरक्षा ऐंजंसियों से विशेष सहयोग प्रदान करने की अपील की गयी। उक्त संबंध में दार्चुला से आये प्रहरी नायक उपनिरीक्षक द्वारा अवगत कराया कि उनकी ओर से जाली नोटों के प्रचलन पर नियमित रूप से निरीक्षण किया जाता है। पूर्व में नेपाल सीमा क्षेत्र में लगभग 1.50 लाख भारतीय जाली नोटों को उनके द्वारा पकड़ा गया।
बैठक में नेपाल की ओर से सीमा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में प्रस्तावित सेतुओं के निर्माण हेतु भारत सरकार की ओर से अनापत्ति उपलब्ध कराये जाने का मामला प्रमुख जिल्लाधिकारी दार्चुला द्वारा रखा गया। उक्त संबंध में जिलाधिकारी पिथौरागढ़ द्वारा नेपाली अधिकारियों को अवगत कराया कि वह अनापत्ति संबंध में भारत सरकार को पुनः प्रस्ताव प्रेषित करेंगे। इसके अतिरिक्त नेपाल की ओर से नशीले पदार्थों पर नियंत्रण रखे जाने, आपदा राहत एवं बचाव कार्यों में सहयोग किये जाने, माइग्रेशन के समय नेपाल के तिंकर एवं छांगरू गांवों के लोगों को माइग्रेशन के समय विभिन्न सहयोग प्रदान किये जाने के संबंध में सहयोग प्रदान करने की अपील की।
बैठक में नेपाल के जनपद दार्चुला के प्रमुख जिल्लाधिकारी जनार्दन गौतम, आयोजना प्रमुख सुशील चंद्र देवकोटा, प्रमुख संरक्षण अधिकृत भूमि राज उपाध्याय, प्रहरी नायक उपनिरीक्षक जनक बहादुर शाही, सशस्त्र प्रहरी नायक उपनिरीक्षक अंबिका प्रसाद जोशी, करन सिंह धामी, चंद्र सिंह धामी, सतीश शाह, भरत बहादुर चंद समेत अन्य अधिकारी व जनपद पिथौरागढ़ की ओर से पुलिस अधीक्षक अजय जोशी, कमांडेंड एसएसबी 55 वाहिनी सुरेश साहू, 11वी वाहिनी चेरिंग दोरजेय, डिप्टी कमाडेंड किसन यादव, 2 वाहिनी उमेश नौटियाल, 119 इंडिपंेड ब्रिगेड के कर्नल रोहतास, मेजर मोनित सिंह, अधीक्षण अभियंता लोनिवि वाई0एस0शैल, सिंचाई विभाग के एसई पी0 के0 दीक्षित, उपजिलाधिकारी धारचूला राजकुमार पांडे आदि उपस्थित थे।