मांगे नही मानने पर भुविस्थापित करेंगे आंदोलन को उग्र

न्यूज होम लाइव व्यूरो मुकेश भारतीः-

कुसमुंडा ठेका भुस्थापित श्रमिकों द्वारा आज दिनाँक 22.12.2018 को कुसमुंडा एस ई सी एल प्रबन्धन के अधिकारियों से मिल कर कुसमुंडा खादान के गेट पर सी.आई.एस.एफ द्वारा उनको रोके जाने की बात पर शिकायत की गई.

कुसमुंडा खादान अंतर्गत आने वाले भुविस्थापित ग्राम जटराज, पाली, पड़निया,सोनपुरी,रिसदी इत्यादि खादान से काफी नजदीक है,जिनको कुसमुंडा कार्यालय या कुसमुंडा कॉलोनी क्षेत्र में किसी भी कार्य के लिए खादान मार्ग से ही जाना होता है,जिसमे दूरी महज एक से डेढ़ किलोमीटर होती है,ऐसे में सी.आई.एस.एफ के जवान उनको बेरियर पर रोकते है और अंदर प्रवेश नही करने देते,इस स्थिति में ग्रामवासियो को 8 से 10 किलोमीटर सर्वमंगला कुसमुंडा मार्ग से होकर जाना पड़ता है,उनका कहना है कि कुसमुंडा मुख्य मार्ग से जाने और दूरी भी अत्यधिक बढ़ जाती है साथ ही आये दिन उस मार्ग पर दुर्घटनाये भी होते रहती है ।

इसी विषय मे सभी भू विस्थापित ठेका श्रमिक व ग्रामीण कुसमुंडा परियोजना के आला अधिकारियों से चर्चा कर समस्या का हल जल्द से जल्द निकालने की बात कही है और अगर 01.01.2019 इस पर ध्यान नही दिया जाता तो अपनी मांगों को लेकर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है.

उक्त चर्चा के लिए मुख्य रूप से रवि कुलकर्णी,विनोद पटेल,भरत पटेल,उमेन्द्र राम यादव,राजकुमार पटेल सहित भुविस्थापित जन मौजूद रहे.

आपको बता दें आये दिन कुसमुंडा खादान अंदर हो रहे हादसों की वजह से कुसमुंडा प्रबन्धन व सुरक्षा टीमो ने खादान अंदर अनाधिकृत प्रवेश पर कड़ा रुख अपनाते हुए सभी सी आई एस एफ बेरियर को ऐसा करने के निर्देश दिए है,जो अब उन्ही के गले की हड्डी बन गयी है….*

*भुविस्थापित ठेका मजदूरों व ग्राम वासियो के आवागमन हेतु अलग से वैकल्पिक मार्ग बनाने व भुविस्थापित मजदूरों के लिए एंट्री पास बनाने की बात प्रबन्धन द्वारा कही जा रही है,परन्तु अब ये देखना होगा उत्पादन की होड़ में क्षेत्र के लोगो को हो रही असुविधाओं का प्रबन्धन कितना ख्याल रखती है

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