मां-बाप के कातिल न पकड़े जाने से दुखी बेटी ने जान दी  

 

मां-बाप के कातिल न पकड़े जाने से दुखी बेटी ने जान दी
मथुरा से न्यूज लाईव के लिए नितेश भाटी की रिपोंट:-
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मथुरा। सात महीने बाद भी मां-बाप के कातिल न पकड़े से दुखी एक बेटी ने जहर खाकर जान दे दी। गुस्साए लोगों ने मथुरा-गोवर्धन मार्ग पर शव रखकर हंगामा किया। मौके पर सरकार और कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा के खिलाफ नारे भी गूंजे। पुलिस को भी भीड़ हटाने के लिए बल का प्रयोग करना पड़ा। बाद में परिवार को पांच लाख की आर्थिक मदद के आश्वासन पर भीड़ शांत हुई और जाम खोला गया। हाईवे थाना क्षेत्र की अमर कालोनी में आठ मार्च की मध्यरात्रि को बनवारी (47) और उनकी पत्नी रविबाला (45) की उनके अमर कालोनी स्थित निर्माणाधीन मकान में सिर कुचलकर हत्या कर दी गई थी। बदमाश घर से तीन लाख का कैश भी लूटकर ले गए थे। चूंकि मकान बन रहा था लिहाजा बनवारी की बड़ी बेटी राखी, दीपा और बेटा राहुल पड़ोसी के मकान में सो रहे थे। इन तीनों को मां-बाप की हत्या होने का पता भी सुबह चला था। इस मामले में उसी दिन मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया, लेकिन पुलिस अब तक कोई खुलासा नहीं कर पाई। राखी अपने दोनों भाई बहन को साथ लेकर लगातार अफसरों के चक्कर लगाती रही। आमरण अनशन किया। कलक्ट्रेट पर कई दफा धरना दिया। मंत्रियों से मिली। प्रधानमंत्री मोदी और योगी को पत्र भेजे लेकिन कहीं से भी न्याय नहीं मिला। शनिवार को राखी ने शहर के लोगों से मदद के लिए 14 मिनट का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर डाला था। रात को करीब नौ बजे राखी ने जहरीला पदार्थ खा लिया जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि पुलिस कह रही है कि राखी और उसकी छोटी बहन में मोबाइल को लेकर झगड़ा हुआ था। इसी झगड़े के चलते उसने जहर खा लिया। वहीं, लोगों का कहना है कि मां-बाप के कातिल न पकड़े जाने से वह दुखी रहती थी। उधर, राखी की मौत के बाद रविवार की सुबह मुहल्लेवालों ने राखी के शव को मथुरा-गोवर्धन मार्ग पर खंडेलवाल सेवा सदन के पास शव रखकर जाम लगा दिया। 9 बजे से लेकर 10 बजे तक जाम रहा। पुलिस ने बल प्रयोग करके जाम खुलवा दिया। बाद में यहां पहुंचे डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी और एसएसपी स्वप्निल ममगाई ने लोगों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया। परिवार की आर्थिक मदद को पांच लाख का एलान भी किया गया
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