विश्व के 22 से ज्यादा देशों में पहुंची कुरुक्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की चमक:सुध
विश्व के 22 से ज्यादा देशों में पहुंची कुरुक्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की चमक:सुध
कुरुक्षेत्र न्यूज लाईव संवाददाता राकेश शर्मा थानेसर:—
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण की कर्मभूमि कुरुक्षेत्र के अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की चमक विश्व के 22 से ज्यादा देशों में पहुंची। इन देशों में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को देखा गया और वैश्विक गीता पाठ भी किया गया। इससे कुरुक्षेत्र को विश्व स्तर पर एक नई पहचान मिली है। इतना ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2018 को ओर बडे स्तर पर आयोजन किया जाएगा। इस महोत्सव में जो भी कमियां रही उसे समय रहते पूरा भी किया जाएगा। अहम पहलु यह है कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2017 को 17 नवम्बर से लेकर 3 दिसंबर तक 28 लाख 32 हजार 366 से ज्यादा पर्यटकों ने देखा और आनंद लिया।
वे शुक्रवार को लघु सचिवालय के सभागार में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के सफल आयोजन को लेकर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने महोत्सव के सफल आयोजन में अहम भागीदारी निभाने पर तमाम समाचार पत्रों,चैनलों,सोशल मीडिया से जुडे तमाम पत्रकार एवं छायाकार साथियों का सरकार और प्रशासन की तरफ से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से ही अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ 25 नवम्बर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा किया गया और सरकार के प्रयासों से ही कुरुक्षेत्र को गंगा,गीता एक्सप्रेस टे्रन,कुरुक्षेत्र को मॉडल रेलवे स्टेशन बनाने के सौन्द्रर्यकरण की योजना, गीता शोध केन्द्र जैसी महत्वपूर्ण सौगात मिली है। इस महोत्सव को जहां 22 देशों से भी ज्यादा देशों में बनाया गया,वहीं देश और प्रदेश के कोने-कोने से कुरुक्षेत्र में 28 लाख 32 हजार 366 से ज्यादा पर्यटक पहुंचे। इससे साबित होता है कि कुरुक्षेत्र के गीता महोत्सव की पहचान देश ही नहीं विश्व पटल पर बनी है।
उन्होंने कहा कि गीता महोत्सव में 29 से ज्यादा राज्यों शिल्पकार,कलाकार,क्विज प्रतियोगिता,फेसबुक, टवीटर और सोशल मीडिया के अन्य साधनों के माध्यम से लोगों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है। सरकार के प्रयासों से यह पहला अवसर है कि महोत्सव का आयोजन सबसे लम्बे समय 17 दिनों के लिए किया गया है और सभी दिन पुख्ता प्रबंधों के बीच रोजाना लाखों लोगों को आना-जाना लगा रहा और वीआईपी मुवमेंट के दौरान भी किसी व्यक्ति को परेशानी नहीं आने दी गई। प्रशासन के प्रयासों से आरती स्थल को विख्यात करने और पहचान देने के उद्देश्य से सूर संध्या का आयोजन किया गया और केडीबी कार्यालय में भव्य 48 कोस की प्रदर्शनी भी स्थापित की गई। इस बार महोत्सव में पहली बार देशों में मारॅसिश, प्रदेशों में उत्तर प्रदेश को थीम के रूप में चयनीत किया गया और उत्तर प्रदेश,झारखंड और हरियाणा का पैवलियन भी मुख्य आकर्षण का केन्द्र बना रहा।
उन्होंने कहा कि गीता स्थली ज्योतिसर की पावन धरा से 108 ब्राहमणों ने वैश्विक गीता पाठ को शुरू किया और 18 हजार विद्यार्थियों ने थीम पार्क में तथा विश्व के 22 से ज्यादा देशों ने एक साथ गीता पाठ किया गया। सरस और शिल्प मेले में 22 से ज्यादा राज्यों के शिल्पकारों ने 400 से ज्यादा स्टॉल स्थापित किए। उन्होंने पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में पूरी पारदर्शिता अपनाने के लिए पहली बार आन लाईन टैंडर प्रणाली से प्रार्थियों को टैंडर दिए गए। इस महोत्सव में विपक्ष द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे है तथ्यों को जहन में रखते हुए आरोप लगाने चाहिए। एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए विधायक ने कहा कि महोत्सव को लेकर किसी भी ऐंजसी से जंाच करवाने के लिए तैयार है।
उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने कहा मीडिया के तमाम साथियों का सहयोग करने पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महोत्सव में ध्वनि एवं प्रकाश शो आकर्षण का केन्द्र रहा, लोगों की मांग करने पर इसके 2 से 4 शो करने पडे। महोत्सव को लेकर द्रोणाचार्य स्टेडियम से आयोजित की मैराथन दौड में 5हजार से ज्यादा धावकों और लोगों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की और देश के कोने-कोने से आए 250 से ज्यादा कलाकारों ने दिवारों पर बेहतरीन और सुन्दर पेंटिंग बनाने का कार्य किया। इस महोत्सव की रंगत को देखकर 2 फिल्मों की भी शूटिंग की गई और इस महोत्सव के प्रचार-प्रसार के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सरकार द्वारा विशेष प्रचार अभियान भी चलाया गया सरकार के प्रयासों से ही महोत्सव में हर साल पर्यटकों की संख्या में लाखों के हिसाब से ईजाफा हो रहा है। इस मौके पर नगराधीश कवंर सिंह,केडीबी सदस्य सौरभ चौधरी,मदन मोहन छाबडा, डॉ. सूचि स्मिता, केसी रंगा सहित अन्य अधिकारी और गणमान्य लोग मौजूद थे।
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अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार में रखे गए 350 शोध पेपर
उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार में 7 देशों से विद्वान और शोधार्थी पहुंचे। इस 3 दिवसीय सेमिनार में 350 शोध पेपर पढ़े गए है।