सीएम से न मिलने देने पर खादर के लोगों ने लगाया जाम

मथुरा से न्यूज लाईव व्यूरो के लिए नितेश भाटी की रिपोट

वृंदावन (मथुरा)। हाईकोर्ट के आदेश पर यमुना खादर में चल रही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई से आक्रोशित लोग गुरुवार को सड़कों पर उतर आए। मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाने के लिए जुटे यह लोग जब सफल नहीं हो सके तो इन्होंने हुड़दंग नगर चौराहे पर जाम लगा दिया। यहां सैकड़ों लोग हाथों में तख्तियां लिए हुए थे।

इन लोगों का कहना है कि एक तरफ खादर में मकानों को तोड़ा जा रहा है और दूसरी ओर खादर में मुख्यमंत्री नए निर्माण का शुभारंभ कर रहे हैं। यह लोग जब निकुंजवन की ओर बढ़ने लगे तो एसपी सिटी श्रवण कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट बसंत कुमार, सीओ सदर भारी पुलिस के साथ लोगों को समझाने लगे। विरोध बढ़ता देख प्रशासन ने रालोद नेता ताराचंद्र गोस्वामी, महंत केशवदास और साध्वी लक्ष्मीप्रिया पुरी को निकुंजवन में मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने के लिए बुला भी लिया, लेकिन मुख्यमंत्री तक उनकी बात नहीं पहुंच सकी। इसकी जानकारी होते ही लोग भड़क गए और हुड़दंगनगर चौराहे पर जाम लगा दिया। जाम से वाहनों की लंबी लाइन लग गई। इस दौरान रालोद नेता नरेंद्र सिंह, उदयन शर्मा आदि मौजूद रहे। एडीएम वित्त एवं राजस्व रविंद्र कुमार ने समझा बुझाकर जाम खुलवाया। शहर कांग्रेस के महामंत्री अजय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री जिस आश्रम में आए थे वह आश्रम भी खादर की जमीन में बना है। यह भी कार्रवाई के दायरे में आ रहा है। मुख्यमंत्री को कार्यक्रम में नहीं आना चाहिए था।

जाम में फंसे संघ प्रमुख

वृंदावन। यमुना खादर के लोगों द्वारा लगाए गए जाम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का काफिला भी फंस गया। उनके सुरक्षाकर्मियों और पुलिस को काफी मशक्कत के बाद गाड़ी को निकाला। साध्वी ऋतंभरा और बलदेव के विधायक पूरन प्रकाश की गाड़ियां भी जाम में फंस गईं। बताया गया कि मुख्यमंत्री के आगमन पर ध्वस्तीकरण के विरोध में प्रदर्शन की रूपरेखा पहले से तय थी। सूत्रों के अनुसार ध्वस्तीकरण रोकने की मांग के लिए भूमाफिया ने क्षेत्रवासियों को मुख्यमंत्री के समक्ष विरोध प्रदर्शन करने के लिए पहले से ही तैयार कर लिया था। यहां तक कि लोगों के हाथ में पोस्टर और बैनर थमा दिए गए थे। अब पुलिस और खुफिया तंत्र ऐसे लोगों की सूची तैयार करने में जुट गया है।

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