उरगा में ट्रेन यात्रियों को एजेंट बेचेंगे अनारक्षित टिकट
न्यूज होम लाइव व्यूरो मुकेश भारती
छत्तीसगढ़:-
कोरबा। :-
ई-ग्रेड वाले छोटे स्टेशनों में रेलवे ने साधारण टिकटों की बिक्री एजेंट के हवाले करने का निर्णय लिया है। इस नई व्यवस्था में कोरबा से चांपा के बीच स्थित पैसेंजर हॉल्ट भी जुड़ेंगे, जिनमें फिलहाल उरगा को शामिल किया गया है। वर्तमान में यह कार्य देख रहे स्टेशन मास्टरों को कई जरूरी कार्य छोड़कर साधारण टिकट बुकिंग करना पड़ता है। दूसरे कार्य प्रभावित न हों, इसलिए उन्हें टिकट बुकिंग से मुक्त करते हुए एजेंटों की नियुक्ति की जाएगी। इस कार्य के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। नियुक्त होने वाले एजेंट अनारक्षित टिकट बिक्री के आधार पर कमीशन की राशि प्रति माह प्राप्त कर सकेंगे।शहरी क्षेत्र में लोगों के घर के नजदीक पूर्व में जनसाधारण टिकट बुकिंग एजेंट की व्यवस्था संचालित की जा रही थी, जिसमें साधारण टिकट बुक करने की प्रक्रिया निजी हाथों में दी गई थी। कुछ इसी तर्ज पर ई-श्रेणी के छोटे रेलवे स्टेशनों में स्टेशन टिकट बुकिंग एजेंट (एसटीबीए) की व्यवस्था लागू की जा रही है। ट्रेनों की आवाजाही के दौरान वहां नियुक्त स्टेशन मास्टर अन्य जरूरी कार्यों को छोड़कर टिकट बुकिंग में व्यस्त हो जाते हैं। लोकल ट्रेनों के आने के एक घंटा पहले से लेकर रवानगी तक अन्य कार्यों को रोकने मजबूर होना पड़ता है। इस समस्या का हल निकालने के साथ अन्य जरूरी कार्यों की ओर केंद्रित होने की आजादी देते हुए अब टिकट बुकिंग का कार्य ठेके पर दिया जा रहा है। इसके लिए एजेंटों की व्यवस्था करते हुए टेंडर के माध्यम से साधारण टिकट बुकिंग सेवकों की नियुक्ति की जाएगी। व्यस्त अवधि में होने वाली अव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए यह सेवा प्रारंभ की जा रही है।पिक ऑवर में सबसे ज्यादा व्यस्ततास्टेशन से गुजरने वाली कुछ यात्री ट्रेनों के वक्त यात्रियों की भारी संख्या पहुंचती है। इस पीक आवर के दौरान होने वाली भीड़ के अनुरूप वक्त रहते वांछित एवं अपेक्षित व्यवस्था भी कई बार अस्त-व्यस्त हो जाती है। ऐसे में साधारण टिकट का कार्य एजेंट के हवाले करने पर स्टेशन प्रबंधन को भी राहत मिल सकेगी। इससे पूर्व साधारण टिकट प्राप्त करने कोरबा व गेवरारोड स्टेशन में सुविधाओं का विस्तार करने की बात कही गई थी, लेकिन फिलहाल योजना इन जगहों पर लागू नहीं है। इस प्रक्रिया के तहत फिलहाल बिलासपुर रेलमंडल के कुल 38 ई-ग्रेड स्टेशन को शामिल किया गया है, जिसमें उरगा भी एक है।अनुबंध के आधार पर तीन साल सेवाइसके लिए बुकिंग एजेंट की नियुक्ति करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। टेंडर पाने वाले ठेकेदार अगले तीन वर्ष के लिए टिकट बुकिंग सेवक (एसटीबीएस) के माध्यम से टिकट बिक्री का कार्य करेंगे। रेलवे बोर्ड ने बड़े स्टेशनों को राहत देने कुछ ऐसी ही व्यवस्था पहले से लागू है, जिसके तहत शहर व उपनगरीय क्षेत्रों जन साधारण टिकट बुकिंग सेंटर (जेटीबीएस) के माध्यम से साधारण टिकट प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध है। ट्रेन के यात्रियों को साधारण टिकट सुविधा के लिए कोरबा स्टेशन में टिकट काउंटर में भीड़ से बचने व समय की बचत के लिए ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन व फेसिलिटेटर की सुविधा उपलब्ध है। युवाओं के लिए रोजगार का भी विकल्पचांपा से कोरबा के बीच चार ई-ग्रेड स्टेशन या पैसेंजर हॉल्ट को इस नई व्यवस्था से जोड़ने पहले भी प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन यह योजना धरातल पर अब आने की ओर है। एसटीबीए योजना के माध्यम से न केवल ई-ग्रेड स्टेशनों में व्यवस्था सुदृढ़ होगी, बल्कि रोजगार के भी विकल्प खुलेंगे। कोरबा रेलखंड के उरगा समेत कुल 38 स्टेशन में एजेंट नियुक्त किया जाना है, जिसके लिए इच्छुक व्यक्ति मुहरबंद निविदा प्रपत्र वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कार्यालय के सामने रखे निविदा बॉक्स में 15 जुलाई को सुबह 11 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक जमा कर सकते हैं। उसी दिन शाम चार बजे टेंडर ओपन किया जाएगा।
मुकेश भारती
