23 फरवरी को दिल्ली हाईवे जाम करेंगे देश व प्रदेश के किसान : कर्म सिंह
23 फरवरी को दिल्ली हाईवे जाम करेंगे देश व प्रदेश के किसान : कर्म सिंह
———————
किसानों से अपनी मांगों को लेकर अधिक से अधिक संख्या में दिल्ली पहुंचे
बाबैन, 24 जनवरी (राजेश):
स्वामीनाथन आयोग की रिर्पोट को लागू करवाने व किसानों का पूरा कर्जा माफ करवाने को लेकर प्रदेश के किसान 23 फरवरी को दिल्ली हाईवे जाम करेंगे और इस आयोजन पुरे देश के किसान हिस्सा लेंगे। उपरोक्त शब्द भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष कर्म सिंह मथाना ने दर्जनों गांव कौलापुर, मरचेहड़ी, मोरथला, हमीदुपर, सुजरा, धनानी, दिल्लीमाजरा, फालसड़ा का दौरा करने के उपंरात गांव चंदपुरा में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहे। इस मौके पर किसानों से अपनी मांगों को लेकर रोष प्रदर्शन किया। उन्होंने देश व प्रदेश के सभी किसान संगठनों से इस आंदोलन में हिस्सा लेने की अपील करते हुए कहा कि इस आंदोलन की कामयाबी से ही किसानों की हक की आवाज बुलंद होगी । उन्होंने सभी राजनीतिक पाटियों से सहयोग करने का आह्वान करते हुए कहा कि वे केवल ब्यानबाजी के माध्यम से किसानों की समस्याओं को लेकर अपनी राजनैतिक रोटियां सेकने की ब्जाए इस किसान आंदोलन में अपना सार्थक सहयोग देकर इस आदोंलन की कामयाबी में अपनी अहम भूमिका निभाऐं । उन्होंने कहा कि भाजपा में चुनावों से पहले किसानो से वायदा किया था कि जब भाजपा सत्ता में आएगी तो सबसे पहले स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाएगा लेकिन भाजपा ने वर्षों बाद भी अपना वायदा नहीं निभाया जिसको लेकर देश व प्रदेश के किसान सडकों पर संघर्ष करने को मजबूर हो रहे है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने झूठा वायदा करके किसानों के वोट हथियाने का काम किया है व भाजपा की अनदेखी के कारण देश का किसान कर्जमंद हो रहा है क्योंकि किसानों का कर्ज माफ करने की बजाय भाजपा सरकार पुंजीपतियों का कर्ज माफ कर रही है जिससे किसानों का शोषण हो रहा है। उन्होंने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करवाने व किसानों का पुरा कर्ज माफ करवाने को लेकर अब यह आर पार की लडाई होगी और 22 फरवरी की शाम को देश व प्रदेश के किसान एक भारी जन सैलाब के रूप में गन्नौर मंडी सोनीपत में ट्रैक्टर, ट्रालियों में पहुंचेगे जिसके उपरांत 23 फरवरी को किसान दिल्ली हाईवे को जाम करके अपना रोष प्रदर्शन करेंगे। इस अवसर पर जिला प्रधान कृष्णकलालमाजरा, ब्लॉक प्रधान लाल ङ्क्षसह चकचानपुर, बलकार सिंह, बलजिंद्र सिंह, मगंत सिहं, दरबारा ङ्क्षसह, जयपाल बेरथली, हाकम ङ्क्षसह मरचेहडी, जनक राज मरचेहड़ी, लाभ सिंह हमीदपूर, जगीर जालखेड़ी, बबलू राम, महल सिंह सूजरा, जसमेर सिंह, स्वर्ण सिंह, व बीरू राम अन्य किसान मौजूद रहे।