400 करोड़ से ज्यादा खर्च कर बनाया मेडिकल कॉलेज, पानी की व्यवस्था भूल गई सरकार!
न्यूज लाईव सवाददाता अभिषेक कुमारगोड:—-
अम्बेडकरनगर। सरकार ने जनपद में करोड़ों की लागत से राजकीय मेडिकल कालेज की स्थापना तो कर दी, लेकिन यहां आने वाले मरीजों और तीमारदारों को पानी के लाले पड़ रहे हैं। मजबूरन लोग गंदगियों से घिरे हैंडपम्प से अपनी प्यास बुझा रहे हैं।
बाहर हैंडपम्प से पानी भरते मरीज।
जनपद के सद्दरपुर गांव में वर्ष 2007 में 376 करोड़ की लागत से महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी गयी। वर्ष 2012 में इसके बजट में इजाफा करते हुए सौ करोड़ बढ़ाकर कुल बजट 476 करोड़ कर दिया गया, जिसमें से तकरीबन 416 करोड़ रुपये शासन ने मेडिकल कॉलेज का निर्माण करा रही कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम को अवमुक्त कर दिया है।
लेकिन इतना बजट खर्च करने के बावजूद भी पूरे मेडिकल कॉलेज में पानी की समस्या नासूर बन गयी है। आलम यह है कि जो मरीज यहां अपनी बीमारी का इलाज कराने आ रहे हैं वो गंदगियों से घिरे हैंडपम्प का पानी पीकर जाने अनजाने एक नयी बीमारी को गले लगा रहे हैं।
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राजकीय निर्माण निगम पूरे परिसर में पानी आपूर्ति के लिए दो ओवर हेड टैंक का निर्माण कराया है, जिसमें पानी भरने के लिए चार समर सेबल पम्प भी लगाए गए हैं। यही नहीं परिसर में सात अन्य छोटे पम्प भी लगाए गए हैं फिर भी पानी की समस्या खत्म नहीं हो रही है। इस बाबत राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर राम फल प्रजापति का कहना है कि पानी की समस्या को खत्म करने का प्रयास हो रहा है।