-62 वें महानिर्वाण दिवस पर बाबा साहब को दी श्रद्धांजलि।

डॉ.अम्बेडकर को ह भारत का निर्माता भी कहा जाता है- भारती
-62 वें महानिर्वाण दिवस पर बाबा साहब को दी श्रद्धांजलि।
कुरुक्षेत्र न्यूज लाईव संवाददाता, राकेश शर्मा 
आधुनीक भारत  के निर्माता भारत रत्न डॉ.बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के 62वें महापरिनिर्वाण दिवस पर पिपली स्तिथ कार्यलय में गुरप्रीत भारती, अशोक कुमार,कशमीरी लाल कुरुक्षेत्र,नम्बरदार नसीब सिंह दौलतपुर,सरदार गुरिन्द्र सिंह विर्क,गुरदयाल सिंह,राजेश कुमार आदि समाजिक कार्यकर्ताओं ने बाबा साहब को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर समाजसेवी गुरप्रीत सिंह भारती ने बाबा साहब के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा की बाबा साहब डा.अम्बेडकर पहली बार 9 दिसंबर 1946 को बंगाल से चुनकर आए। इसके तुरंत बाद भारत का विभाजन हो गया, जिसके बाद बाबासाहेब जिस संविधान परिषद की सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे उसे पाकिस्तान को देना तय हुआ। इस तरह बाबा साहेब का निर्वाचन रद्द हो गया।  बाबा साहब डा.अम्बेडकर दोबारा 14 जुलाई 1947 को पुनः चुन कर आए तो भारत के संविधान को बनाने की जिम्मेदारी बाबा साहब अम्बेडकर को दी गई जिन्होंने बखूबी निभाकर भारत को ऐसा संविधान दिया जिससे सभी को समान अधिकार मिले।  उन्होंने कहा बाबा साहब डॉ.अम्बेडकर को आधुनिक भारत का निर्माता भी कहा जाता हैं जिन्होंने किसान,गरीब,अमीर,अगडे,पिछडे,मजदूर,उद्योगपतियों,महिलाओं और बजुर्गों को विशेष अधिकार दिए।उन्होंने कहा कि वो मसीहा 6दिसम्बर 1956 को लम्बी बीमारी के चलते इस देश से विदा हो गया। लेकिन सविंधान के रूप में बाबा साहब आज भी हमारे बीच मे है।
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पिपली में बाबा डॉ. भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित करते समाजसेवी।
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