राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की एनएसएस इकाई का सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ।
एनएचएल नेटवर्क संवाददाता।
मुनस्यारी स्व.डॉ.आर. एस. टोलिया राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की एनएसएस इकाई का सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.हितेश कुमार जोशी द्वारा शिविर स्थल राजकीय आश्रम पद्वति उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुनस्यारी में दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य तथा मुख्य अतिथि राजकीय आश्रम पद्वति विद्यालय के प्रधानाचार्य आर.डी.जोशी थे।कार्यक्रम अधिकारी द्वारा अतिथियों का बैज अलंकरण कर स्वागत किया गया।
प्रो.जोशी ने कहा कि एनएसएस छात्र/छात्राओं को समाज की तमाम व्यवस्थाओं से रूबरू होने का मौका देता है। उन्होंने स्वयं सेवियों का आहवान किया कि शिविर के अनुभवों को जीवन में उतारें ताकि शिविर की सार्थकता बनी रहे।उन्होंने कहा कि एन.एस.एस. का ध्येय वाक्य ‘मैं नहीं, आप’ हमें यह सिखाता है कि व्यक्ति को अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर समाज और राष्ट्रहित में कार्य करना चाहिए। इस सात दिवसीय विशेष शिविर के माध्यम से स्वयंसेवक ग्रामीण परिवेश में रहकर न केवल जनसमस्याओं को प्रत्यक्ष रूप से समझेंगे, अपितु उनके समाधान हेतु भी रचनात्मक प्रयास करेंगे। मुख्य अतिथि शेखर चंद्र अधिकारी ने कहा कि आज देश को ऐसे युवाओं की आवश्यकता है जो समाज में व्याप्त विभिन्न समस्याओं जैसे स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण आदि के समाधान हेतु सक्रिय भूमिका निभा सकें। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे शिविर में अनुशासन, समयबद्धता और निष्ठा के साथ सहभागिता करें तथा समाज के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि इस शिविर से प्राप्त अनुभव भविष्य में आपके व्यक्तित्व को परिपक्व एवं सुदृढ़ बनाएंगे।”
इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राध्यापिका निधि मारोठिया नेभी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि एन.एस.एस. शिविरार्थियों को निस्वार्थ भाव से समाज सेवा में तत्पर रहना चाहिए तथा अपने जीवन में अनुशासन और नैतिक मूल्यों का समावेश करना चाहिए।
शिविर के प्रथम दिवस पर महाविद्यालय की प्राध्यापक डॉ. राजेन्द्र सिंह ने शिविर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होते हैं। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे इस अवसर का उपयोग स्वयं के आत्मविकास एवं सामाजिक जागरूकता के लिए करें। महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश कुमार शुक्ला ने इस अवसर पर कहा कि एन.एस.एस. का उद्देश्य छात्रों में सेवा भावना, नेतृत्व क्षमता, सामाजिक सरोकारों के प्रति जागरूकता एवं सामुदायिक जीवन के प्रति संवेदनशीलता उत्पन्न करना है। यह शिविर केवल औपचारिक प्रशिक्षण का माध्यम नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी प्रयोगशाला है जहाँ विद्यार्थी समाज के विविध आयामों को निकट से जानने व समझने का अवसर प्राप्त करते हैं। आगामी सात दिनों में शिविर के अंतर्गत स्वयंसेवकों द्वारा स्वच्छता अभियान, स्वास्थ्य जागरूकता, साक्षरता अभियान, प्लास्टिक उन्मूलन अभियान, समूह चर्चा, कार्यशालाएँ एवं अन्य सामाजिक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।उन्होंने कहा, “इस शिविर का प्रमुख उद्देश्य विद्यार्थियों को पुस्तकीय ज्ञान से आगे ले जाकर व्यावहारिक परिस्थितियों का सामना कराना है ताकि वे जिम्मेदार नागरिक बन सकें। मैं सभी स्वयंसेवकों से अपेक्षा करता हूँ कि वे इस अवसर का भरपूर लाभ उठाएँ और सीखने की इस प्रक्रिया में पूरे मनोयोग से सहभागी बनें।”
शिविर के माध्यम से छात्रों को सामाजिक चेतना, सामुदायिक सहभागिता एवं नेतृत्व क्षमता जैसे गुणों का विकास करने का अवसर प्राप्त होगा। आगामी दिनों में शिविर के अंतर्गत विविध जागरूकता कार्यक्रम, स्वच्छता अभियान, शैक्षिक एवं स्वास्थ्य संबंधित गतिविधियाँ तथा सामाजिक सुधार हेतु विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।
इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार के दुर्गेश कुमार शुक्ला, निधि मारोठिया, चंद्रप्रकाश आर्य, डॉ शैलेश भंडारी,डॉ राजेंद सिंह, गणेश सिंह , कैलाश सिंह, कृष्ण पंचपाल, हेमा, लक्ष्मण , धर्मेंद्र तथा अनेक स्वयं सेवक उपस्थित थे।
