बधाण पट्टी की नंदा राजराजेश्वरी मां भगवती की उत्सव डोली की 22 दिसंबर को।
रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट।
थराली। बधाण पट्टी की नंदा राजराजेश्वरी मां भगवती की उत्सव डोली की 22 दिसंबर को मामाकोट देवराड़ा(थराली) से मायके कुरूड़(नंदानगर) के लिए विदाई की तैयारियां तेज हो गई है।इसके तहत नंदा सिद्वपीठ देवराड़ा के प्रांगण में बधाण मंदिर समिति की एक बैठक आयोजित कर इसमें जरूरी निर्णय लिए गए।
देवराड़ा में नंदादेवी राजराजेश्वरी परगन्ना बधाण की कमेटी के अध्यक्ष भुवन हटवाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में तय किया गया कि नंदादेवी की उत्सव डोली की 22 दिसंबर को विदाई से पूर्व 21 दिसंबर को पहली बार विदाई मेले का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत नंदा भगवती की पूजा अर्चना के साथ ही नंदा के झोड़े,चाचणी के साथ ही स्तुति जागरो का आयोजन होगा एवं रात्रि जागरण भी किया जाएगा।इस मौके पर मंदिर में भव्य भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा।22 दिसंबर को नंदादेवी की उत्सव डोली को विधि-विधान के साथ गर्भगृह से बहार निकल कर नंदा भक्तों के दर्शनार्थ एवं पूजा अर्चना के लिए नंदा चबूतरे में विराजमान कराया जाएगा। दोपहर में डोलें को अपने पहले पड़ाव के लिए विदा किया जाएगा। बैठक में कमेटी के पदाधिकारियों एवं अन्य लोगों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई। विदाई मेले को भव्य बनाने के लिए समय रहते सभी तैयारियां को पूरा करने एवं मेले का वृहद रूप से प्रचार-प्रसार किए जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में समिति के त्रिलोक सिंह रावत, विनोद रावत, बलवंत सिंह रावत, शौर्य प्रताप सिंह, विरेंद्र गुसाईं, देवेंद्र रावत,प्रेम फरस्वाण,प्रेम शंकर रावत, मेहरबान सिंह सैजवाल,चरण सिंह रावत, महेश त्रिकोटी, रघुवीर भंडारी, मनोज रावत,मदन गुसाईं, बलवीर भंडारी, भुपाल गुसाईं, विरेंद्र रावत, पूर्व प्रमुख महेशी देवी, लीला देवी,गौरा देवी, महेशी देवी,कमला देवी आदि ने विचार व्यक्त किए।
