दस साल बाद भी नही बन पायी गराऊ,शाहगराऊ मोटर मार्ग
दस साल बाद भी नही बनी गराऊ, शाह गराऊ ,दुुनखोला सडक।
बेरीनाग।गोविन्द चावला
बेरीनाग विकास खण्ड के कठपतरिया से गराऊॅ ,शाहगराऊ,दुनखोला गॉव के लिए बनायी जा रही सडक का निमार्ण कार्य एक दशक बाद भी अधूरा है। इस सडक के बन जाने से तीन गाँवो को सडक मागं से जोडा जा सकता था। गॉव के लोगो की समस्या को देखते हुए कृषि उत्पादक मंण्डल परिषद ने इस सडक को बनाया गया। सडक का उदघाटन 2007 में पंचायती राज मंत्री विशन सिह चुफाल ने किया। मार्ग का प्रथम चरण में मंडी परिषद ने पॉच किमी सडक का कटान तो कर दिया दो किमी सडक की कटिग नही की गयी । अगर पूरी सात किमी सडक की कटिग कर दी जाती तो सडक गॉव तक पहुच जाती । सडक की कटिग के बाद इसमें न तो सुरक्षा दीवार बनाई गयी, नही नालियों का निमार्ण किया गया । वर्षाकाल शुरू होते ही इस सडक से लोगो की समस्या बढा दी है। सडक बषांत मे नाले का रूप ले चुकी है तथा सडक मे नाले के रूप मे पानी बह रहा है।तथा शाहगराऊ में महेश लाल शाह,गणेश लाल शाह,हरक सिह शाह, हरीश लाल शाह,गराऊँ में पर राम,योगेश पंत, सोबन सिह मनराल,सतीस पंत,जीवन पंत,हरीश पंत,चारू पंत,सकनोली गाँव मे कैलाश राम, दुनखोला गाँव में महेश जोशी , देवकी नंदन जोशी आदि कई लोगो के खेतो में पानी के साथ मलवा बहने से ।गॉव में खेत तथा घरो मे सडक का मलवा भर गया है जिसके चलते खेती खराब हो गयी है। लोगो ने इसकी जानकारी विभाग तथा जिला प्रशासन को दी तथा गॉव में सडक को सही तरीके से बनाये जाने की मॉग की है। मंडी परिषद द्वारा बनाई गयी इस सडक को कम बजट होने के कारण पीडब्लू डी को हस्तान्तररण करने की माँग स्थानीय गाँव के लोगो ने की थी जिसमे एक पत्र गाँव के लोगो ने वतंमान पेयजल, मंत्री प्रकाश पंत की संस्तुति के बाद जिलाधिकारी को प्रेषित किया गया था लेकिन यह सडक आज तक लोक निमाणं विभाग को हस्तान्तरित नही हो पायी है । पत्र मे कहा गया कि सडक को जिला योजना में प्रस्तावित किया जाँय। सडक की कटिग कर छोड देने से सडक का खामयाजा गाँव के लोगो को इस बारिश के मौसम मे भी उठाना पढ रहा है। सडक की हालत आज भी जस की तस है। सडक का मलवा लोगो के खेतो मे घुसने से खेती बबांद हो रही है।
मंडी परिषद के जूनियर इंजिनियर भगवती प्रसाद जोशी ने बताया कि मंडी परिषद कच्चे मागं का निमाणं करती है मंडी परिषद के पास बजट के अभाव होने के कारण इस सडक मे दो साल पहले ही काम छोड चुकी है। पहले इस मागं मे कच्चे नालियाँ भी बनाई गयी थी जो शायद अब नष्ट हो चुकी है। उन्होने बताया कि पिछले सरकार के प्रभारी मंत्री दिनेश अग्रवाल डीएम पिथौरागढ को जिला योजना के तहत स्वीकृत तर पीडब्लूडी को हस्तान्तरित करने के निदेंश दिये थे। तथा मंडी परिषद ने भी आपदा के तहत 40 लाख का इस्टमेट बनाकर जिला धिकारी पिथौरागढ को दिया था जो स्वीकृत नही हो पाया । जिस कारण सडक निमाणं का कायं पूरा नही हो पा रहा है। “डीडीहाट के विधायक विशन सिह चुफाल ने बताया कि मंडी परिषद कास्तकारो को सुविधा देने के लिए छोटे छोटे सडक को बनाता है बजट के अभाव में सडको का रखरखाव नही करता है। स्थानीय लोगो को जन प्रतिनिधियो के माध्यम से जिला योजना मे स्वीकृत करा कर लोक निमाणं विभाग को हस्तान्तरण कराना चाहिये। तभी लोगो को सडक की सुविधा मिल सकती है” ।