नाइजीरिया में सत्रहवें अंतर्राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित हुये पीएम नरेन्द्र मोदी।
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
अबुजा – भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज तड़के सुबह नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू के निमंत्रण पर अपनी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में नाइजीरिया की राजधानी अबुजा पहुंचे। इस दौरान अबुजा हवाई अड्डे पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। पीएम मोदी के यहां पहुंचने पर संघीय राजधानी क्षेत्र के मंत्री नेसोम एजेनवो विके ने गर्मजोशी से पीएम मोदी का स्वागत किया और उन्हें प्रतीकात्मक रूप में विश्वास और सम्मान के प्रतीक अबुजा के ‘शहर की चाबी भेंट’ की। यहां मौजूद भारतीय प्रवासियों ने मोदी – मोदी के साथ – साथ भारत माता की जय और वन्दे मातरम के नारे लगाते हुये ढोल-नगाड़ों के साथ भारतीय प्रधानमंत्री का स्वागत किया , लड़कियों ने सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किये। पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। पारंपरिक परिधान पहने भारतीय समुदाय के लोगों ने हाथों में तिरंगा थाम रखा था , इस दौरान कुछ लोगों ने पीएम मोदी का ऑटोग्राफ भी लिया। पीएम मोदी के स्वागत में पहुंचे भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्य रमेश मलिक ने कहा कि इतने सालों बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री नाइजीरिया आया है। हमें प्रधानमंत्री मोदी से बहुत उम्मीदें हैं , क्योंकि भारत-नाइजीरिया संबंधों को बेहतर बनाने की जरूरत है। हमें उम्मीद है कि उनकी यात्रा से कोई सार्थक परिणाम निकलेगा। वहीं भारतीय प्रवासियों की एक अन्य सदस्य रितु अग्रवाल ने बताया – पीएम मोदी ने कहा कि मेरी ड्राइंग बहुत अच्छी है और उन्होंने मुझसे पेन लेकर अपनी तस्वीर पर हस्ताक्षर किये। नाइजीरिया पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर यहां के राष्ट्रपति टीनूबू को धन्यवाद देते हुये कहा कि कुछ समय पहले नाइजीरिया आया हूँ। स्नेहपूर्ण स्वागत के लिये धन्यवाद। हमारे देशों के बीच द्विपक्षीय मित्रता को यह यात्रा मजबूत करना मेरा लक्ष्य है। नाइजीरिया में भारतीय समुदाय द्वारा इतना गर्मजोशी से स्वागत किया जाना दिल को छू लेने वाला है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई है। अफ्रीकी देश नाइजीरिया के दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी को नाइजीरिया ने अपने पुरस्कार – द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर से सम्मानित किया है। इससे पहले यह सम्मान सिर्फ महारानी एलिजाबेथ को ही मिला है , ऐसे में पीएम मोदी यह सम्मान पाने वाले दूसरे विदेशी नेता हैं। ब्रिटेन की महारानी को वर्ष 1969 में यह पुरस्कार दिया गया था। यह किसी देश की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी को दिया जाने वाला सत्रहवां अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार है। पुरस्कार हासिल करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं नाइजीरिया के राष्ट्रीय पुरस्कार ग्रैंड कमांडर ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ द नाइजर के लिये आपका , नाइजीरिया की सरकार और यहां के लोगों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मैं इस सम्मान को विनम्रता और आदर के साथ स्वीकार करता हूं। मैं यह सम्मान एक सौ चालीस करोड़ भारतीयों और भारत-नाइजीरिया की गहरी मित्रता को समर्पित करता हूं।बताते चलें पीएम मोदी पश्चिम अफ्रीका के मुस्लिम देश नाइजीरिया की यात्रा पर पहुंचे हैं। सत्रह साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का नाइजीरिया दौरा हो रहा है , इसके पहले वर्ष 2007 में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह नाइजीरिया की यात्रा पर गये थे। अपनी विदेश यात्रा के महत्वपूर्ण उद्देश्य के तहत पीएम मोदी आज भारत-नाइजीरिया के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा करेंगे। इस बैठक में दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने , खासकर व्यापार और निवेश के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे। दोनों देशों के बीच ऊर्जा , स्वास्थ्य , कृषि और डिजिटल क्षेत्र में साझेदारी को बढ़ावा देने की संभावना है। इसके बाद प्रधानमंत्री राजधानी अबुजा में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे। पीएम मोदी की ये यात्रा 16 नवंबर से 21 नवंबर तक चलेगी। इस दौरान वे नाइजीरिया के अलावा ब्राजील और गुयाना भी जायेंगे , नाइजीरिया के बाद पीएम मोदी ब्राजील पहुंचेंगे जहां वे उन्नीसवें जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे और उसके बाद वह गुयाना पहुंचेंगे। उल्लेखनीय है कि पांच दशक बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली दक्षिण अमेरिकी देश की यात्रा है। ऐसा माना जा रहा है कि आर्थिक रूप से संपन्न अफ्रीकी देशों में से एक नाइजीरिया और भारत काफी मधुर है। पीएम मोदी की इस यात्रा से दोनों देशों के आर्थिक और सैन्य सहयोग के नये युग की शुरुआत हो सकती है।
नाइजीरिया के साथ रणनीतिक साझेदारी हमारी उच्च प्राथमिकता – प्रधानमंत्री मोदी
प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता से पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और स्थानीय राष्ट्रपति टीनूबू ने राष्ट्रपति भवन में आमने – सामने बैठक की। इस दौरान सबसे पहले प्रधानमंत्री का औपचारिक स्वागत भी किया गया। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम नाइजीरिया के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को सबसे अधिक प्राथमिकता देते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे बीच रक्षा , ऊर्जा , वित्तीय मुद्दे , प्रौद्योगिकी , स्वास्थ्य , शिक्षा और संस्कृति जैसे कई क्षेत्रों में मजबूत सहयोग है। हमारे संबंधों से कई नई संभावनायें जुड़ी हैं जो रक्षा , उर्जा और व्यापार समेत कई क्षेत्रों में संबंधों को बढ़ाने की दिशा में काम करेगा।अबुजा में बैठक के दौरान अपने उद्घाटन भाषण में पीएम मोदी ने आतंकवाद , अलगाववाद , समुद्री डकैती और मादक पदार्थों की तस्करी को प्रमुख चुनौतियों के रूप में पहचाना और कहा कि दोनों देश इनसे निपटने के लिये मिलकर काम करना जारी रखेंगे।प्रधानमंत्री ने कहा – हम नाइजीरिया के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को उच्च प्राथमिकता देते हैं , मुझे विश्वास है कि हमारी वार्ता के बाद हमारे संबंधों में एक नया अध्याय शुरू होगा। मोदी ने लगभग साठ हजार की संख्या वाले भारतीय प्रवासी समुदाय को भारत-नाइजीरिया संबंधों का एक प्रमुख स्तम्भ बताया और उनके कल्याण को सुनिश्चित करने के लिये राष्ट्रपति टीनूबू को धन्यवाद दिया। वहीं प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि भारत पिछले महीने बाढ़ से प्रभावित नाइजीरियाई लोगों के लिये बीस टन राहत सामग्री भेज रहा है। उन्होंने पिछले साल भारत द्वारा आयोजित जी -20 शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ के जी -20 का स्थायी सदस्य बनने का भी उल्लेख किया और इसे एक महत्वपूर्ण परिणाम बताया।
