फूलों की घाटी खुली , पहले दिन 77 पर्यटक पहुचे ।

एनएचएल नेटवर्क।

गोपेश्वर  उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी शनिवार से पर्यटकों के लिए खुल गई। पहले दिन 77 पर्यटकों ने घाटी में फूलों के दीदार किए। उप वन संरक्षक बीबी मर्तोलिया ने घांघरिया बेस कैंप से 48 पर्यटकों के पहले दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस साल फूलों की घाटी 31 अक्टूबर तक पर्यटकों के लिए खुली रहेगी। संरक्षित क्षेत्र होने के कारण यहां रात में पर्यटक नहीं रुक सकते। घांघरिया से पर्यटकों को सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक फूलों की घाटी भेजा जा रहा है। शाम पांच बजे तक उन्हें बेस कैंप घांघरिया वापस आना होता है। बेस कैंप में ही उनके ठहरने की व्यवस्था की गई है।

नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के डीएफओ बीबी मर्तोलिया ने बताया कि ट्रैक को सुगम और सुविधाजनक बनाया गया है। बेस कैंप घांघरिया से टूरिस्ट गाइड की सुविधा भी उपलब्ध है। ट्रेकिंग के लिए भारतीय पर्यटकों के लिए 200 और विदेशी नागरिकों के लिए 800 रुपये शुल्क निर्धारित है। फूलों की घाटी दुर्लभ हिमालयी वनस्पतियों से समृद्ध है और जैव विविधता का अनुपम खजाना है। यहां 500 से अधिक प्रजाति के रंग विरंगे फूल खिलते हैं। घाटी हर 15 दिन में अपना रंग बदल लेती है। फूलों की घाटी से टिपरा ग्लेशियर, रताबन चोटी, गौरी और नीलगिरी पर्वत को भी निहारा जा  सकता है।

 

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