महाकुंभ में लगी भीषण आग, कोई हताहत नहीं।
एनएचएल नेटवर्क।
महाकुंभ नगर। महाकुंभ मेले के सेक्टर-19 में रविवार को एक शिविर में पुआल में लगी आग तेजी से फैल गई और आग की चपेट में आने से करीब 18 शिविर जल गए। हालांकि अग्मिशमन कर्मियों ने आग पर पूरी तरह काबू पा लिया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी कुंभ प्रमोद शर्मा ने बताया कि शाम करीब साढ़े चार बजे सेक्टर-19 में आग लगने की सूचना मिली और तुरंत दमकल की गाड़ियां घटनास्थल के लिए रवाना की गई। करीब एक घंटे में आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। आग बुझाने में करीब 16 गाड़ियां लगाई गई थीं। इस आग में 18 तंबू जलकर नष्ट हो गए। बताया जाता है कि एलपीजी सिलेंडर में विस्फोट होने से आग लगी। शर्मा ने बताया कि इस घटना में किसी के हताहत या घायल होने की सूचना नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मौके का निरीक्षण किया। प्रयागराज के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि शाम करीब साढ़े चार बजे आग लगने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस, प्रशासन और अग्निशमन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। करीब 18 तंबुओं में भी आग फैलने की सूचना मिली। अब स्थिति सामान्य हो गई है और किसी के लिए कड़ी नजर रखी जा रही है। चार एकीकृत नियंत्रण कमान केन्द्रों में 400 से अधिक लोग लाइव फुटेज और डेटा प्रदर्शित करने वाली बड़ी स्क्रीन पर लगातार नजर रखते हैं, ताकि भीड़ की स्थिति और तीर्थयात्रियों के आमद के र बारे में कर्मियों को सतर्क किया जा सके। इन दृश्यों का स्रोत 3,000 से अधिक कैमरे, पानी के नीचे लगाये गए ड्रोन और जमीन पर 60,000 से अधिक कर्मियों का दल है। हर 12 साल में आयोजित होने वाला महाकुंभ प्रयागराज में 13 । जनवरी से शुरू हुआ और 45 दिनों तक जारी रहेगा। अब तक सात करोड़ से ने ज्यादा तीर्थयात्री गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के संगम पर डुबकी लगा चुके हैं। आईसीसीसी के प्रभारी एवं पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के 5 अनुसार एकत्रित किया जा रहा डेटा सटीक है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा एसके कि आंकड़ों के बारे में अब अनुमान नहीं लगाया जाए। दुनिया में पहली बार ऐसा हो रहा है कि भीड़ प्रबंधन के लिए इस पैमाने पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल किया जा रहा है। हमने मेला क्षेत्र और शहर में 3,000 से ज्यादा कैमरे लगाए हैं, जिनमें से 1,800 एआई से लैस हैं। इसमें किसी तरह का अनुमान लगाने की ज़रूरत नहीं है। बड़े पैमाने पर हासिल किया जा रहा डेटा वास्तविक 1 समय पर आधारित है।
