सामाजिक उन्नयन में ग्रामीण महिलाओं की भूमिका पर व्याख्यान माला का आयोजन संम्पन्न।

एनएचएल नेटवर्क संवाददाता 

बेरीनाग त्रिलोचन उप्रेती हिमालयी शोध संस्थान चौड़मन्या, पिथौरागढ़ जो प्रज्ञा प्रवाह से सम्बद्ध “देवभूमि विचार मंच” के तत्वावधान में स्वायत्त रूप से संचालित संस्थान है, के द्वारा “सामाजिक उन्नयन में ग्रामीण महिलाओं की भूमिका” विषय पर “प्रथम स्मृति व्याख्यान” का आयोजन प्रातः 11:00 बजे सफलतापूर्वक प्रारंभ किया गया। देवभूमि विचार मंच के प्रांत सह संयोजक  रवि कुमार जोशी द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत में त्रिलोचन उप्रेती हिमालय शोध संस्थान के कार्यक्रम तथा गतिविधियों से अवगत कराया गया। संस्थान की आगामी कार्य योजनाओं को भी विस्तार पूर्वक बताया तथा प्रस्तावना की साथ-साथ प्रज्ञा प्रवाह के दृष्टिपत्र को भी पढ़ा गया। समस्त अतिथियों का स्वागत  नवीन चंद्र उप्रेती सचिव ” त्रिलोचन उप्रेती स्मृति हिमालयी शोध संस्थान” द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर  नेत्रपाल सिंह यादव फोर्ड फेलो व विशेषज्ञ ग्रामीण विकास, पंचायती राज एवं महिला सशक्तिकरण द्वारा समाज के उत्थान में महिलाओं की भूमिका को दृष्टिगत रखते हुए महिला सशक्तिकरण और भारतीय परंपरा में नारी शक्ति एवं नारी सम्मान की भूमिका पर विशेष बल देते हुए भारतीय समाज में महिलाओं की वर्तमान स्थिति तथा अधिकारों को सुनिश्चित करते हुए ग्रामीण अर्थव्यवस्था के समृद्धिकरण हेतु अभी तक जो भी प्रयास किया जा रहे हैं वह निसंदेह सराहनीय हैं परंतु हमें महिलाओं को और भी अधिक नेतृत्व तथा निर्णय के अधिकार देने होंगे। जिससे समाज को सशक्त एवं स्वावलंबी बनाया जा सके क्योंकि कहीं घर परिवार में महिलाएं ही केंद्र बिंदु में है। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के बिना दुनिया का कोई भी समाज सशक्त नहीं हो सकता है। हमें अपने घर परिवार से लेकर हर स्तर पर न सिर्फ महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी, बल्कि उनको बराबर का अवसर प्रदान करने की निरंतर आवश्यकता है। तभी हम एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण करने में समर्थ हो सकेंगे। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री बसंती देवी सामाजिक कार्यकर्ता ने महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु सामाजिक बुराइयों कुरीतियों एवं नशा मुक्ति हेतु विशेष आग्रह किया एवं इसकी आवश्यकता को विस्तार पूर्वक चर्चा कर उन्होंने कहा कि हमें माताएं बहनो और बेटियों को शिक्षा के साथ-साथ रोजगार परख कार्यों से जोड़ने की जरूरत है और ग्रामीण परिवेश में आत्मनिर्भर बनाने हेतु पारिवारिक एकता एवं समान अवसर प्रदान किए जाने की अवश्यकता है। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षा डॉ सरोज वर्मा अध्यापक, इतिहास विभाग लक्ष्मण सिंह महर परिसर पिथौरागढ़ द्वारा अध्यक्षीय उद्बोधन प्रस्तुत किया गया। डॉ कमलेश भाकुनी सहायक प्राध्यापक, लक्ष्मण सिंह महर परिसर पिथौरागढ़ एवं जिला संयोजक पिथौरागढ़ देवभूमि विचार मंच द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में  भगवती प्रसाद “राघव” अखिल भारतीय टोली सदस्य एवं क्षेत्र संयोजक उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड। मोहन चंद्र उप्रेती अध्यक्ष  त्रिलोचन उप्रेती स्मृति हिमालयी शोध संस्थान, पृथ्वीधर काला सेवानिवृत्ति प्रवक्ता एवं कोषाध्यक्ष।  कृष्ण चंद्र मिश्रा संयोजक गढ़वाल मंडल। डॉ योगेश चंद्र जोशी सहायक प्राध्यापक, शारीरिक शिक्षा राजकीय पीजी कॉलेज बेरीनाग, धीरज बिष्ट पूर्व जिला पंचायत सदस्य, रत्नाकर पांडे ,डॉ एम एस कुटियाल , डॉ बालम सिंह बिष्ट  तथा अनेक क्षेत्रीय महिलाएं उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन   हेमा धारियल एवं  सुनीता ने किया।

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