सुरंग में फंसे 41 मजदूर कब खुली हवा में लेंगे सांस ,

एनएचएल नेटवर्क।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में पिछले एक सप्ताह से फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित बचाने के हरसंभव प्रयास युद्धस्तर पर जारी हैं। राज्य सरकार के साथ ही केंद्र की विभिन्न एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस ऑपरेशन में सफलता मिलेगी।

आज से पांच मोर्चों पर होगा रेस्क्यू ऑपरेशन

अब पांच अलग-अलग जगह से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जा रहा है जिनमें एक प्लान पुराना मशीन वाला भी शामिल है, शेष चार नए हैं यह जानकारी शनिवार को पूर्व पीएमओ सलाहकार भास्कर खुल्बे ने मौके पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी है।

उन्‍होंने कहा कि आज पीएमओ की टीम के साथ एक्‍सपर्ट्स ने पूरे इलाके और जंगल का मुआयना किया है इसके साथ ही कुछ जगहाें को मार्क भी किया गया है।यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही टनल में फंसे श्रमिकों को जल्‍द से जल्‍द सुरक्षित बाहर निकालने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्रमिकों से निरंतर बातचीत जारी है और बीच-बीच में उनकी उनके परिजनों से भी बात कराई जा रही है।
अन्‍य स्‍थानों से भी रेस्‍क्‍यू की कोशिश, जल्‍द होगा मशीनों को इंस्‍टॉलेशनप्रेस
कॉन्‍फ्रेंस में एक्‍सपर्ट्स ने कहा कि पुराना रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन उसी गति से जारी रहेगा, लेकिन अन्‍य स्‍थानों से भी बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है इसको लेकर मैंपिंग करने आई टीम को सभी स्‍थान दिखा दिए गए हैं और जंगल में कुछ पेड़ काटकर वहां मशीनें लगाई जा रही हैं जंगल में रास्‍ता बनाना और हैवी मशीनों को वहां तक पहुंचाने के लिए सड़क बन रही है सारे काम एक्‍सपर्ट्स की निगरानी में हो रहे हैं। ड्रिलिंग से मलबे में रास्‍ता बनाना और पाइप से श्रमिकों को बाहर निकालने की है योजना
पुरानी योजना के अनुसार ड्रिलिंग के जरिए मलबे में रास्ता बनाते हुए उसमें 900 मिमी बड़े व्यास के छह मीटर लंबे पाइप को एक के बाद एक इस तरह डाला जाएगा कि मलबे के एक ओर से दूसरी ओर तक एक रास्ता बन जाए और श्रमिक उसके माध्यम से बाहर आ जाएंटनल के मलबे को भेदकर स्टील के कई पाइप के जरिए ‘निकलने का रास्ता’ बनाने की योजना पर मंगलवार और शुक्रवार को तकनीकी दिक्‍कत आने से कुछ समय के लिए रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन रोका गया था।
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि टनल में फंसे श्रमिकों को लगातार खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है उन्हें ऑक्सीजन, बिजली, दवाई और पानी भी पाइप के जरिए निरंतर पहुंचाई जा रही है। सिलक्यारा में संचार सुविधाओं को सशक्त करने के लिए विभिन्न टेलीकॉम एजेंसिंयों को निर्देशित किया गया है। जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने इस बावत केन्द्रीय संचार मंत्रालय के अधिकारियों से वार्ता भी की है। नतीजतन मौके पर टेलीकॉम एजेंसियों ने टावर्स व अन्य उपकरणों की स्थापना का काम शुरू कर दिया है। जिलाधिकारी ने रेस्क्यू अभियान में केन्द्र सरकार के संगठनों को सहयोग करने एवं समन्वय स्थापित करने के लिए जिले से अतिरिक्त मानव संसाधन भी मुहैया करने हेतु आदेश जारी करते हुए चौबीसों घंटे अधिकारियों की तैनाती की है। जिले का आपदा प्रबंधन केन्द्र भी निरंतर इस रेस्क्यू अभियान में सहयोग कर रहा है। जिला प्रशासन ने सुरंग में फंसे मजदूरों व उनके परिजनों के मनोबल को बनाए रखने के लिए मनोचिकित्सकों की तैनाती भी की है।

Share This News