थराली -देवाल -वांण राजमार्ग को उत्तराखंड की आराध्य देवी श्री नंदादेवी राजजात मार्ग के नाम से जाना जाएगा।
रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट।
थराली। अब थराली -देवाल -वांण राजमार्ग को उत्तराखंड की आराध्य देवी श्री नंदादेवी राजजात मार्ग के नाम से जाना जाएगा।इसका बकायदा मंगलवार को विधिवत उत्तराखंड सरकार ने शासनादेश जारी कर दिया है। इस राजमार्ग का नाम नंदा देवी के नाम से रखे जाने पर थराली विधायक भूपाल राम टम्टा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे थराली विधानसभा क्षेत्र में नंदादेवी के भक्तों की आमद काफी अधिक बढ़ सकती हैं।
थराली विधानसभा क्षेत्र के विधायक भूपाल राम टम्टा ने बताया कि वें विधायक बनने के बाद से ही राज्यमार्ग संख्या 90 थराली -देवाल -वांण का नाम विश्व प्रसिद्ध नंदा देवी राजजात के नाम से रखने के लिए प्रयासरत थे।इस संबंध में उन्होंने राजजात यात्रा के संबंध में धार्मिक भावनाओं के साथ ही ऐतिहासिक महत्व को बताते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र सौंपा था। जिस पर मुख्यमंत्री के निर्देश पर 23 जनवरी को सचिव लोक निर्माण विभाग डॉ पंकज कुमार पांडेय ने इस राजमार्ग का नाम उत्तराखंड की आराध्य देवी नंदा देवी के नाम से नंदा देवी राजजात के नाम से रखने का शासनादेश जारी कर दिया है। इसके लिए विधायक ने सीएम धामी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस राजमार्ग का नाम अराध्य देव नंदा के नाम से रखने के बाद पूरी थराली विधानसभा में ही नही बल्कि चमोली जिले के धार्मिक तीर्थाटन में निश्चित ही बढ़ोतरी होगी और जिले का धार्मिक तीर्थाटन बढ़ेंगे। जिसका लाभ जिले के आम लोगों को होगा। थराली – देवाल -वांण राजमार्ग का नाम नंदादेवी राजजात के नाम पर रखे जाने का शासनादेश जारी होने पर थराली भाजपा मंडल अध्यक्ष नन्दू बहुगुणा, महामंत्री अनिल देवराड़ी, महिपाल सिंह भंडारी, पूर्व मंडल अध्यक्ष रणजीत सिंह नेगी, क्षेत्र प्रमुख कविता नेगी, थराली की निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष दीपा भारती, जिला पंचायत सदस्य देवी जोशी, देवाल भाजपा मंडल अध्यक्ष उमेश मिश्रा, महामंत्री युवराज सिंह बसेड़ा, आनंद सिंह बिष्ट, जिला पंचायत सदस्य कृष्णा बिष्ट, विधायक प्रतिनिधि सुरेंद्र सिंह बिष्ट सहित तमाम नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों ने सीएम धामी के साथ ही थराली विधायक भूपाल राम टम्टा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि। विधायक टम्टा विधायक बनने के बाद से ही इस राजमार्ग का नाम अराध्य देवी नंदा के नाम से रखने का प्रयास कर रहे थे जिसमें उन्होंने अभूतपूर्व सफलता मिल गई हैं।